रुपया हुआ मजबूत: शेयर बाजार में तेजी और RBI के रिकॉर्ड डिविडेंड से बढ़ा विश्वास

सोमवार को भारतीय रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बड़ी मजबूती दिखाई। विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 40 पैसे की तेजी के साथ 85.05 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इसके पीछे कई सकारात्मक कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें घरेलू शेयर बाजार की मजबूती, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का रिकॉर्ड डिविडेंड शामिल है।
डॉलर कमजोर, रुपया मजबूत
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में सोमवार को रुपया 85.02 प्रति डॉलर पर खुला और दिन में यह 84.98 प्रति डॉलर तक मजबूत हुआ। आखिरकार यह 85.05 पर आकर स्थिर हो गया, जो शुक्रवार के मुकाबले 40 पैसे की बढ़त है। शुक्रवार को रुपया 85.45 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, डॉलर इंडेक्स (जो छह प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की ताकत दर्शाता है) भी 0.34 प्रतिशत गिरकर 98.67 पर आ गया। इसका सीधा फायदा भारतीय रुपये को मिला, क्योंकि डॉलर के कमजोर होने से अन्य करेंसीज मजबूत होती हैं।
शेयर बाजार में जोश
घरेलू शेयर बाजारों में भी सोमवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। BSE सेंसेक्स करीब 631 अंक चढ़कर 82,351.76 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी में 187 अंक की बढ़त दर्ज की गई और यह 25,040.15 अंक पर बंद हुआ। निवेशकों की इस भारी खरीदारी ने रुपये को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाई।
डिविडेंड ने दिया सहारा
सबसे बड़ी खबर यह रही कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार को रिकॉर्ड 2.69 लाख करोड़ रुपये का डिविडेंड देने की घोषणा की है। यह पिछले साल के मुकाबले 27.4% अधिक है। पिछले साल RBI ने सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये का डिविडेंड ट्रांसफर किया था।
यह डिविडेंड रिजर्व बैंक के जोखिम बफर (Contingency Risk Buffer) की सीमा में बदलाव के बाद संभव हो पाया है। अब यह बफर 6% (±1.5%) के भीतर रखा जा सकता है, जबकि पहले यह सीमा 5.5% से 6.5% के बीच थी। इस बदलाव से अधिक डिविडेंड देने की गुंजाइश बनी।
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
हालांकि, एक बात थोड़ी चिंताजनक रही कि RBI द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 16 मई को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.888 अरब डॉलर घटकर 685.729 अरब डॉलर रह गया है। बावजूद इसके, मजबूत घरेलू संकेतों ने रुपये को टिकाए रखा।
विदेशी निवेशकों की चाल
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भी बाजार में सक्रिय रहे। हालांकि उन्होंने शुक्रवार को 1,794.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, लेकिन समग्र माहौल सकारात्मक बना रहा।
भारतीय रुपये की यह मजबूती घरेलू अर्थव्यवस्था में निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दिखाती है। शेयर बाजार की तेजी, डॉलर की कमजोरी और RBI के रिकॉर्ड डिविडेंड ने मिलकर रुपये को समर्थन दिया है। आने वाले समय में अगर यह सकारात्मक रुझान बना रहा, तो रुपया और अधिक मजबूत हो सकता है, जिससे आम जनता को भी महंगाई पर राहत मिल सकती है।