दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके नेता प्रवेश वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संजय सिंह का कहना है कि दिल्ली में प्रचार कर रहे AAP कार्यकर्ताओं के साथ BJP समर्थकों द्वारा मारपीट की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस भी निष्पक्षता नहीं दिखा रही है और उल्टा AAP कार्यकर्ताओं को थाने ले जा रही है।
संजय सिंह ने BJP नेता प्रवेश वर्मा के एक विवादास्पद बयान को लेकर भी कड़ा विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि प्रवेश वर्मा ने पंजाबी और सिख समाज का अपमान किया है। उनके बयान में कहा गया है कि भगत सिंह को अपना आदर्श मानने वाले सिख और पंजाबी समुदाय गणतंत्र दिवस के लिए खतरा हैं। संजय सिंह ने इस बयान को न केवल पंजाबी और सिख समाज की देशभक्ति पर सवाल उठाने वाला बताया, बल्कि इसे उनके बलिदान और देश के लिए दी गई शहादत का भी अपमान कहा।
AAP ने BJP से मांगी माफी
संजय सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस मामले पर माफी मांगने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, “अगर अमित शाह जी में थोड़ी भी शर्म है, तो उन्हें इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।” उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि इस बयान को भूलना नहीं चाहिए और 5 फरवरी को होने वाले मतदान के जरिए इसका जवाब देना चाहिए।
BJP के बयान पर सिख समाज की नाराज़गी
AAP के आरोपों के बाद सिख और पंजाबी समाज में भी नाराज़गी देखी जा रही है। भगत सिंह, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक माने जाते हैं, को गणतंत्र दिवस के लिए खतरा बताने वाला बयान समाज के लिए अस्वीकार्य है। सिख समाज ने देश की आज़ादी में अपना अमूल्य योगदान दिया है, और इस प्रकार के बयान उनकी कुर्बानियों का अनादर करते हैं।
चुनाव प्रचार में बढ़ा टकराव
संजय सिंह ने कहा कि सिख और पंजाबी समाज को अपने सम्मान की रक्षा करनी चाहिए और इसे चुनाव में अपने वोट के माध्यम से व्यक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा, “जनता 5 फरवरी को अपने वोट के जरिए इस अपमान का बदला लेगी।”
AAP के इस आक्रामक रुख से दिल्ली में चुनावी जंग और तेज़ हो गई है। BJP की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। चुनाव के करीब आते ही यह मुद्दा और गरमाता हुआ नज़र आ रहा है।