
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद पार्टी के अंदर एक ओर जश्न का माहौल है, तो दूसरी ओर कुछ मंत्रियों के चेहरे उतरे हुए नजर आ रहे हैं। इसकी वजह है मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा संभावित कैबिनेट फेरबदल, जो जल्द ही होने की चर्चा है।
संजीव अरोड़ा को मंत्री बनाने की तैयारी
लुधियाना पश्चिम से उपचुनाव जीतने वाले संजीव अरोड़ा को पंजाब सरकार की कैबिनेट में शामिल किया जाना तय माना जा रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जनता से वादा किया था कि अगर संजीव अरोड़ा चुनाव जीतते हैं, तो उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। अब पार्टी अपने इस वादे को निभाने की तैयारी कर रही है।
कुछ मंत्रियों की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा
कैबिनेट विस्तार की चर्चा के साथ ही कई मंत्रियों को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक जिन मंत्रियों का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा है, उनकी छुट्टी हो सकती है। दो-तीन मंत्रियों के विभाग बदले जाने या उन्हें हटाए जाने की संभावना है। वहीं, कुछ नए विधायकों को पहली बार मंत्री बनने का मौका भी मिल सकता है।
गुप्त रूप से चल रही है समीक्षा प्रक्रिया
इस पूरे बदलाव को लेकर पार्टी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अंदरखाने चर्चाएं तेज हैं। पार्टी नेतृत्व विधायकों और मंत्रियों के कामकाज का मूल्यांकन कर रहा है। खासतौर पर लुधियाना उपचुनाव में मेहनत करने वाले नेताओं को इस प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जा रही है।
महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बार कैबिनेट में महिलाओं को भी ज्यादा प्रतिनिधित्व देने की योजना है। एक महिला विधायक को मंत्री पद दिया जा सकता है ताकि महिला भागीदारी में संतुलन बनाया जा सके।
मालवा से मिल सकते हैं और भी चेहरे
संजीव अरोड़ा के अलावा, मालवा क्षेत्र से दो अन्य विधायकों को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इससे क्षेत्रीय संतुलन भी साधा जा सकेगा। कैबिनेट विस्तार के ज़रिए पार्टी ये संकेत देना चाहती है कि वह काम के आधार पर पद दे रही है, न कि केवल सीनियरिटी या पुराने चेहरों को देखते हुए।
संजीव अरोड़ा को मिल सकता है शहरी विकास विभाग
संजीव अरोड़ा के पास व्यवसाय और सामाजिक कार्यों का अच्छा अनुभव है। उन्हें शहरी क्षेत्र से जुड़े किसी विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है, जिससे वे अपने अनुभव और सोच के आधार पर शहरों में बदलाव ला सकें।लुधियाना उपचुनाव की जीत ने न केवल आम आदमी पार्टी को उत्साहित किया है, बल्कि पंजाब की राजनीति में एक नई हलचल भी पैदा कर दी है। कैबिनेट फेरबदल से साफ है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अब सरकार की कार्यशैली को और प्रभावी बनाना चाहते हैं। प्रदर्शन के आधार पर नए चेहरे सामने लाना और जनता से किए वादों को निभाना पार्टी की गंभीरता को दर्शाता है। आने वाले दिनों में पंजाब की राजनीति में नए समीकरण बनते हुए देखे जा सकते हैं।