अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ अब अंतिम चरण में है, और पूरे देश में मतदान जारी है। जल्द ही इन चुनावों के नतीजे आ जाएंगे, लेकिन इससे पहले अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा है कि चुनावी नतीजों के बाद कुछ असामाजिक तत्व अमेरिका की शांति को भंग करने की कोशिश कर सकते हैं। इन संभावित खतरों को देखते हुए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कई जगहों पर अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है।
व्हाइट हाउस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
विशेषकर व्हाइट हाउस की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जा रहा है। व्हाइट हाउस को लोहे की ऊंची-ऊंची जालियों से ढक दिया गया है, ताकि आपातकालीन स्थिति में कोई भी बाहरी व्यक्ति आसानी से अंदर न घुस सके। सुरक्षा के ये सारे उपाय पिछले अनुभवों को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं। 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की हार के बाद उनके समर्थकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कैपिटल हिल पर हमला कर दिया था। इस हिंसा में अमेरिकी संसद में तोड़फोड़ और गोलीबारी हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इसी घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार के चुनाव में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
वोटिंग बॉक्स की सुरक्षा में पुख्ता व्यवस्था
इस बार के चुनाव में वोटिंग से पहले ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिन स्थानों पर वोटिंग बॉक्स रखे गए हैं, उन जगहों की सुरक्षा पुख्ता की गई है। इन इमारतों की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स को छतों पर तैनात करने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा, सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हर वोटिंग बूथ पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
सर्विलांस ड्रोन से कड़ी निगरानी
सुरक्षा एजेंसियों ने चुनावी प्रक्रिया की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। ये ड्रोन आसमान से लगातार नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधि का तुरंत पता चल सके। इसके अलावा, चुनावी पर्यवेक्षकों और इलेक्शन वर्कर्स के लिए पैनिक बटन की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे प्रशासन को अलर्ट कर सकें।
पब्लिक इमरजेंसी के लिए अलर्ट मोड
पिछले चुनाव के दौरान ट्रंप समर्थकों की हिंसा को ध्यान में रखते हुए, इस बार प्रशासन ने आपातकालीन व्यवस्था की योजना भी तैयार कर रखी है। यदि हालात बिगड़ते हैं तो पब्लिक इमरजेंसी का ऐलान कर तुरंत हालात को काबू में करने की कोशिश की जाएगी। कई स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है, ताकि किसी भी तरह की हिंसा या अव्यवस्था को रोका जा सके।
कैपिटल हिल की सुरक्षा में विशेष इंतजाम
पिछले चुनाव के दौरान कैपिटल हिल पर हुए हमले को देखते हुए, इस बार वहां सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है। पुलिस अधिकारियों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि को लेकर चौकन्ना रहने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, कैपिटल हिल के आसपास सुरक्षा बैरिकेडिंग की गई है और वहां आने-जाने वालों की जांच भी की जा रही है।
नतीजों के बाद भी सुरक्षा रहेगी कड़ी
अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद भी सुरक्षा को लेकर एजेंसियां सतर्क रहेंगी। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक सुरक्षा के ये इंतजाम जारी रहेंगे। अमेरिकी जनता को भरोसा दिलाया गया है कि चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित तरीके से अंजाम दिया जाएगा और देश की शांति को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने दिया जाएगा।
अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों की ये कोशिशें बताती हैं कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, ताकि इस बार का चुनाव शांति और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।