
पंजाब सरकार ने बैसाखी जैसे बड़े त्योहार को ध्यान में रखते हुए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस ने शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को राज्यभर में ‘नाइट डॉमिनेशन ऑपरेशन’ चलाया। इस ऑपरेशन का मकसद न सिर्फ आम जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित करना था, बल्कि अपराधियों पर लगाम लगाना और पुलिस की तैयारियों को भी परखना था।
इस खास ऑपरेशन की अगुवाई खुद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने की। उन्होंने रात के समय जालंधर और अमृतसर ज़िलों में अचानक चेकिंग की और पुलिस की चौकसी का जायज़ा लिया। यह अभियान रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक चला और इसमें राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों ने एक साथ भाग लिया। हर जिले में IG रैंक के अधिकारी को निगरानी की ज़िम्मेदारी दी गई थी।
जालंधर में डीजीपी गौरव यादव ने खुद पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (PIMS) के पास वाहनों की जांच की और लोगों से बातचीत भी की। इसके अलावा उन्होंने दशहरा ग्राउंड के पास स्थित पुलिस चौकी और डिवीजन नंबर 7 का भी निरीक्षण किया। उनके साथ जालंधर की पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर भी मौजूद थीं। उन्होंने स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया और पुलिस की उपस्थिति को लेकर उनकी राय जानी।
अमृतसर में भी डीजीपी ने पुलिसिंग व्यवस्था का निरीक्षण किया और बैसाखी से पहले पूरी तरह अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने CP अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के साथ मिलकर पुलिस कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि समाज विरोधी तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
डीजीपी गौरव यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगती है और वहां से चलने वाली एजेंसियां जैसे कि ISI, लगातार राज्य में शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब से पंजाब सरकार ने ‘नशों के खिलाफ जंग’ छेड़ी है, तब से सीमा पार से नशा तस्करों की गतिविधियां तेज़ हुई हैं। लेकिन पंजाब पुलिस की रणनीति और सख्त कार्रवाई ने नशे की उपलब्धता को काफ़ी हद तक कम कर दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब पुलिस अपनी ज़िम्मेदारी निभा रही है और जब तक इस समस्या को पूरी तरह खत्म नहीं किया जाता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा। उनका कहना था कि इस तरह के ऑपरेशन न केवल सुरक्षा बढ़ाते हैं बल्कि जनता में भरोसा भी जगाते हैं कि पुलिस हर समय मुस्तैद है।
इस ‘नाइट डॉमिनेशन ऑपरेशन’ के तहत रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, चौक-चौराहे, और संदिग्ध स्थानों पर विशेष चेकिंग की गई। संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच की गई, और पुलिस टीमों को रातभर गश्त के लिए लगाया गया।
यह पहल राज्य में त्योहारों के दौरान होने वाली किसी भी अप्रिय घटना से बचने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पंजाब पुलिस का यह एक्शन दिखाता है कि राज्य सरकार प्रदेश में अमन और शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह संजीदा है।