
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के चलते दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी तैयारी की गई है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने ऐतिहासिक इमारतों और महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा और कड़ी करने का फैसला लिया। राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे लाल किला और कुतुब मीनार पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
क्यों बढ़ाई गई सुरक्षा?
भारत-पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से सीमा पर तनाव बहुत बढ़ गया है। दोनों देशों के बीच गोलीबारी, एयर स्ट्राइक और ड्रोन गतिविधियों के चलते देशभर में सतर्कता बरती जा रही है। इसका असर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर भी पड़ा है, जहां सरकार और पुलिस प्रशासन ने आम जनता, सरकारी दफ्तरों और ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जिन जगहों पर भारी भीड़ रहती है या जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, वहां विशेष निगरानी रखी जा रही है। लाल किला और कुतुब मीनार जैसे पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
CCTV से कड़ी निगरानी
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इन इलाकों में सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए CCTV कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। संदिग्ध लोगों की पहचान और किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए तकनीक और मैनपावर दोनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा, लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की सलाह दी गई है।
सीमा पर बढ़ा तनाव
बता दें कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया, जब भारतीय सेना ने मंगलवार और बुधवार की रात पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक के जरिए तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने भी सीमावर्ती इलाकों में गोलाबारी तेज कर दी है।
गुरुवार की रात जम्मू में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले की कोशिश की गई थी, जिसके बाद सेना ने तत्काल ‘ब्लैकआउट’ लागू कर दिया और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया। बीएसएफ ने समय रहते उस हमले को नाकाम कर दिया।
सरकार की अपील – सतर्क रहें, घबराएं नहीं
सरकार और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, और किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं। सभी ज़रूरी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं और सेना पूरी तरह मुस्तैद है। दिल्ली समेत पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां चौकसी बरत रही हैं।
इस समय जब देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव है, ऐसे में दिल्ली जैसे बड़े शहरों में सुरक्षा बढ़ाना ज़रूरी है। ऐतिहासिक इमारतें सिर्फ विरासत ही नहीं, बल्कि हमारी पहचान भी हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता है। आम लोगों को भी सतर्क रहकर प्रशासन का सहयोग करना चाहिए ताकि देश में शांति और सुरक्षा बनी रहे।