मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर जारी चौथे टेस्ट मैच में रोमांच अपने चरम पर है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 474 रन के जवाब में भारतीय टीम ने वापसी की कोशिश की, जहां यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली ने महत्वपूर्ण पारियां खेली। हालांकि, भारतीय टीम ने 41वें ओवर में अपने सलामी बल्लेबाज जायसवाल को खो दिया और उसके बाद विराट कोहली भी जल्दी आउट हो गए। स्टंप्स तक भारत का स्कोर पांच विकेट पर 164 रन था और टीम ऑस्ट्रेलिया से अब भी 310 रन पीछे थी।
इसी बीच, विराट कोहली के साथ मेलबर्न में एक विवादित घटना घटी, जिसने सबको हैरान कर दिया। विराट कोहली जब 36 रन बनाकर आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे, तब एमसीजी में मौजूद कुछ दर्शकों ने उनके साथ बदसलूकी की। इन दर्शकों के एक समूह ने विराट की हूटिंग शुरू कर दी, जिससे कोहली भड़क गए। जैसे ही उन्होंने मुड़कर दर्शकों को घूरा, एक सुरक्षाकर्मी तुरंत आ गया और कोहली को शांत किया। सुरक्षाकर्मी ने विराट को पवेलियन की ओर ले जाते हुए स्थिति को काबू किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
विराट कोहली के साथ यह बदसलूकी तब शुरू हुई जब बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन से ही एमसीजी में उपस्थित घरेलू प्रशंसक विराट का मजाक उड़ा रहे थे। यह विवाद तब और बढ़ा जब विराट कोहली ने सैम कोंस्टास को कंधा मारा, जो कि ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट डेब्यू कर रहे थे। कई प्रशंसकों ने इसे विराट की ओर से अनुचित हरकत माना और इसे गलत करार दिया। इसके बाद विराट कोहली पर आईसीसी ने मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया और आचार संहिता के लेवल एक का उल्लंघन करने के लिए एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा।
पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, “मुझे नहीं पता कि विराट कोहली के साथ ऐसा क्यों हुआ, लेकिन इस प्रकार की हरकतों की क्रिकेट में कोई जगह नहीं होनी चाहिए, विशेषकर उच्चतम स्तर पर। क्रिकेट खेलते समय प्रतिस्पर्धा हो सकती है, लेकिन इसके लिए शारीरिक रूप से प्रभावित होना जरूरी नहीं है।” गावस्कर ने आगे कहा, “हम कोहली को क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में याद रखना चाहते हैं, न कि किसी ऐसे खिलाड़ी के रूप में जिस पर जुर्माना लगाया गया हो या आईसीसी द्वारा प्रतिबंधित किया गया हो।”
यह घटना न केवल कोहली के लिए बल्कि पूरे क्रिकेट समुदाय के लिए एक झटका थी, क्योंकि कोहली अपने आक्रामक और प्रतिस्पर्धी स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनका यह व्यवहार खेल की भावना के खिलाफ दिखा। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस घटना के बाद कोहली और उनके प्रदर्शन पर इसका कितना असर पड़ता है।