भारतीय शेयर बाजार ने दो दिन की गिरावट के बाद मंगलवार, 28 जनवरी को मजबूती के साथ कारोबार खत्म किया। सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने आज सकारात्मक क्षेत्र में बंद होकर निवेशकों को राहत दी।
सेंसेक्स ने अपने पिछले बंद स्तर 75,366.17 से ऊपर 75,659 पर कारोबार शुरू किया और 1,147 अंकों यानी 1.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 76,512.96 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। निफ्टी 50 ने भी 22,829.15 के पिछले बंद से ऊपर 22,960.45 पर शुरुआत की और 309 अंकों यानी 1.4 प्रतिशत की उछाल के साथ 23,137.95 के उच्चतम स्तर को छुआ।
हालांकि, कारोबार के दौरान दोनों सूचकांकों ने अपने कुछ लाभ गंवा दिए। अंततः सेंसेक्स 535 अंकों यानी 0.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75,901.41 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 128 अंकों यानी 0.56 प्रतिशत की तेजी के साथ 22,957.25 पर बंद हुआ।
मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट का कमजोर प्रदर्शन
हालांकि प्रमुख सूचकांक सकारात्मक रहे, लेकिन मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट ने बाजार को निराश किया। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.77 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
इन गिरावटों के चलते बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण ₹410 लाख करोड़ से घटकर ₹409 लाख करोड़ रह गया, जिससे निवेशकों को एक ही दिन में लगभग ₹1 लाख करोड़ का नुकसान हुआ।
क्षेत्रीय प्रदर्शन (सेक्टोरल इंडेक्स)
- निफ्टी रियल्टी इंडेक्स: इसने 2 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई।
- निफ्टी बैंक, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स: लगभग 2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।
- निफ्टी ऑटो इंडेक्स: इसमें 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई।
- निफ्टी फार्मा और निफ्टी मीडिया इंडेक्स: फार्मा सेक्टर में 2 प्रतिशत से अधिक और मीडिया इंडेक्स में 1 प्रतिशत की गिरावट आई।
शेयर बाजार में तेजी के पीछे 5 प्रमुख कारण
विशेषज्ञों ने उन पांच मुख्य कारणों की पहचान की है, जिन्होंने आज बाजार को मजबूती प्रदान की। आइए उन पर एक नजर डालते हैं:
- बैंकिंग हैवीवेट्स में बढ़त
बाजार के प्रमुख सूचकांकों में बैंकिंग और वित्तीय शेयरों का महत्वपूर्ण योगदान है। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस जैसे दिग्गज शेयरों ने बाजार को मजबूती प्रदान की। - आरबीआई की घोषणाएं
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विदेशी मुद्रा और मनी मार्केट के लिए कुछ उपायों की घोषणा की। इन उपायों से ₹1.5 लाख करोड़ की नकदी समय के साथ बाजार में आएगी। - ओपन मार्केट ऑपरेशंस (ओएमओ)
आरबीआई ने तीन चरणों में ₹60,000 करोड़ मूल्य के सरकारी बॉन्ड खरीदने की घोषणा की है। ओएमओ की यह नीलामी 30 जनवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी को होगी। - वैश्विक संकेतों का प्रभाव
वैश्विक बाजारों में सकारात्मक संकेतों ने भी भारतीय बाजार को मजबूती दी। अमेरिका और यूरोप के बाजारों में आई तेजी ने निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ाया। - ऑटो और रियल्टी सेक्टर में मजबूती
ऑटो और रियल एस्टेट सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखने को मिली। रियल्टी इंडेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक और ऑटो इंडेक्स में 1 प्रतिशत की तेजी आई।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत
हालांकि प्रमुख सूचकांकों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया, लेकिन मिड और स्मॉल-कैप में गिरावट से निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई की घोषणाओं और बैंकिंग सेक्टर की मजबूती से आने वाले दिनों में बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है।
यह तेजी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में आई गिरावट इस बात की याद दिलाती है कि निवेश में सतर्कता आवश्यक है।