
इज़राइल और ईरान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले तनाव में कमी आई है, जिसका सीधा असर एशियाई और भारतीय शेयर बाजारों पर देखने को मिला। बाजार में सकारात्मक माहौल बनते ही निवेशकों ने बढ़-चढ़कर खरीदारी की, जिससे भारतीय शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन मजबूती के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार बढ़त
मंगलवार 24 जून को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 700.40 अंकों की बढ़त के साथ 82,755.51 पर बंद हुआ। यह 0.85% की बढ़त को दर्शाता है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 में बढ़त दर्ज की गई, जबकि सिर्फ 3 शेयरों में गिरावट रही। दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी इंडेक्स भी 200.40 अंक चढ़कर 25,244.75 पर पहुंच गया।
मिडकैप और स्मॉलकैप ने भी दिखाया दम
मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में भी निवेशकों का भरोसा नजर आया। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.63% बढ़कर 46,106.45 और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.59% की तेजी के साथ 53,897.25 पर बंद हुआ। कुल मिलाकर BSE पर 4162 कंपनियों में ट्रेडिंग हुई, जिनमें से 2821 शेयरों में तेजी, 1207 में गिरावट और 134 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
सेक्टरवार प्रदर्शन
तेल और गैस, और पूंजीगत वस्तुएं छोड़कर लगभग सभी सेक्टरों में खरीदारी देखी गई। IT, टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम, हेल्थकेयर, FMCG, बैंकिंग, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मेटल्स जैसे सेक्टरों में अच्छी तेजी रही। IT और टेक शेयरों में सबसे ज्यादा उछाल रहा, दोनों में 1.69% की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा टेलीकॉम 1.42%, हेल्थकेयर 1.11% और ऑटो 1.00% ऊपर रहे।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिला समर्थन
विदेशी बाजारों में भी मिला-जुला असर रहा। अमेरिका के डाओ जोंस ने 1.19%, नैस्डैक 1.43% और S&P 500 ने 1.11% की बढ़त के साथ कारोबार बंद किया। एशियाई बाजारों की बात करें तो जापान का निक्केई हल्की गिरावट के साथ 38,750 पर रहा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 0.87% बढ़कर 24,388 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.20% बढ़कर 3,427 पर बंद हुआ। कोरिया का KOSPI भी मामूली बढ़त के साथ 3,106 पर कारोबार करता दिखा।
निवेशकों में बढ़ा भरोसा
मंगलवार को भारतीय बाजारों की मजबूती के पीछे सबसे बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर तनाव में कमी और एशियाई बाजारों की तेजी रही। निवेशकों ने इस मौके को भुनाते हुए चौतरफा खरीदारी की। सेंसेक्स और निफ्टी के रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंचने से बाजार में उत्साह का माहौल बना हुआ है।इज़राइल-ईरान के बीच तनाव कम होते ही वैश्विक और घरेलू बाजारों में तेजी देखने को मिली। भारत में निवेशकों की सकारात्मक सोच और मजबूत विदेशी संकेतों के चलते शेयर बाजारों ने शानदार प्रदर्शन किया। आने वाले दिनों में यदि यह माहौल बना रहा तो बाजार और ऊंचाई छू सकता है।