![42232532](https://newstaklive.com/wp-content/uploads/2025/02/42232532.jpg)
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। 11 फरवरी को बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
- सेंसेक्स 1,018.20 अंक यानी 1.32% गिरकर 76,293.60 पर बंद हुआ।
- निफ्टी में भी 309.80 अंकों की गिरावट आई और यह 23,071.80 के स्तर पर बंद हुआ।
- निफ्टी बैंक 577 अंक गिरकर 49,403 पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट का असर इतना ज्यादा था कि सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 गिरावट में रहे और सिर्फ 1 शेयर बढ़त में रहा। इसी तरह, निफ्टी के 50 में से 44 शेयरों में गिरावट और सिर्फ 6 शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
किन सेक्टर्स में रही गिरावट?
- निफ्टी ऑटो, मेटल और आईटी सेक्टर में भारी गिरावट दर्ज की गई।
- एनर्जी और PSU सेक्टर के शेयरों में भी 2% से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
- बैंकिंग सेक्टर में भी मजबूत बिकवाली का दबाव देखने को मिला।
विदेशी बाजारों का असर
भारतीय बाजार की गिरावट का असर अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी जुड़ा हुआ है।
- दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.46% चढ़ा।
- ताइवान कैपिटलाइज़ेशन वेटेड स्टॉक इंडेक्स 0.64% बढ़ा।
- चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.16% नीचे कारोबार कर रहा है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव
बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली भी रही।
- 10 फरवरी को विदेशी निवेशकों (FII) ने 2,463.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- वहीं, घरेलू निवेशकों (DII) ने 1,515.52 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
इससे साफ है कि विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं, जिससे गिरावट बढ़ रही है।
अमेरिकी बाजारों में तेजी
हालांकि, भारतीय बाजार में गिरावट के बावजूद अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी दर्ज की गई।
- डॉव जोन्स 0.38% बढ़कर 44,470 पर बंद हुआ।
- S&P 500 इंडेक्स 0.67% बढ़कर 6,066 पर बंद हुआ।
- नैस्डैक इंडेक्स भी 0.98% बढ़ा।
बाजार में गिरावट क्यों आई?
1️⃣ विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी निवेशकों ने लगातार भारतीय शेयरों को बेचा, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा।
2️⃣ बैंकिंग और आईटी सेक्टर पर दबाव: बड़े सेक्टर्स में बिकवाली के चलते निवेशकों का भरोसा कम हुआ।
3️⃣ वैश्विक संकेत कमजोर: चीन और अन्य एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर पड़ा।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी और निवेशकों को लॉन्ग टर्म सोचकर निवेश करना चाहिए।
- गिरावट के दौरान अच्छे शेयरों को कम दाम पर खरीदने का मौका भी मिल सकता है।
- अगले कुछ दिनों में बाजार की दिशा पर विदेशी निवेशकों का रुख और वैश्विक बाजारों के संकेत महत्वपूर्ण होंगे।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार लगातार पांच दिनों से गिर रहा है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी में 1.32% की गिरावट देखी गई, जबकि विदेशी बाजारों में मिश्रित रुझान रहा। निवेशकों को इस समय सतर्कता बरतने और दीर्घकालिक निवेश की रणनीति अपनाने की सलाह दी जा रही है।