
आज गुरुवार, 22 मई 2025 को, भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन सेंसेक्स 644.36 अंक की गिरावट के साथ 80,952.27 पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी भी 181.40 अंक गिरकर 24,632.05 के स्तर पर आ गया है। यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
सेंसेक्स के ज्यादातर स्टॉक्स गिरे
सेंसेक्स के 30 में से 27 स्टॉक्स में गिरावट देखी गई है। पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक जैसे प्रमुख स्टॉक्स में लगभग 2.5% तक की गिरावट दर्ज की गई। बाजार में गिरावट का असर सभी प्रमुख सेक्टरों पर पड़ा है। केवल अडानी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक और टाटा स्टील जैसे कुछ ही शेयर मामूली तेजी के साथ हरे निशान में हैं।
एशियाई बाजारों का भी हाल बेहाल
केवल भारतीय बाजार ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के शेयर बाजारों में भी गिरावट देखने को मिल रही है।
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जापान का निक्केई इंडेक्स 332 अंक यानी 0.89% गिरकर 36,967 पर आ गया।
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दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 35 अंक यानी 1.34% गिरकर 2,590 पर कारोबार कर रहा है।
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हांगकांग का हैंगसेंग 78 अंक की गिरावट के साथ 23,750 पर आ गया।
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चीन का शंघाई कंपोजिट भी हल्की गिरावट के साथ 3,386 पर कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी बाजार में भी दिखी गिरावट
21 मई को अमेरिका के शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।
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डॉव जोन्स 816 अंक (1.91%) गिरकर 41,860 पर बंद हुआ।
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NASDAQ कंपोजिट 270 अंक (1.41%) गिरकर 18,873 पर बंद हुआ।
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S&P 500 भी 95 अंक (1.61%) गिरकर 5,845 पर आ गया।
एक दिन पहले थी बढ़त
गौरतलब है कि बुधवार, 21 मई को बाजार में तेजी देखी गई थी। उस दिन सेंसेक्स 410 अंक चढ़कर 81,597 पर बंद हुआ था और निफ्टी भी 130 अंक बढ़कर 24,813 पर पहुंचा था। लेकिन आज की गिरावट ने निवेशकों की उम्मीदों को झटका दिया है।
क्या है गिरावट की वजह?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, विदेशी निवेश में कमी और ब्याज दरों से जुड़ी चिंताओं के कारण हो रही है। इसके अलावा, अमेरिका और एशिया के बाजारों में भी गिरावट का असर भारत पर पड़ा है।
निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह
विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे फिलहाल सोच-समझकर निवेश करें और छोटे समय के मुनाफे की जगह लंबी अवधि के लिए योजना बनाएं। बाजार में अभी और उतार-चढ़ाव की संभावना जताई जा रही है।
इस समय बाजार की चाल को ध्यान से समझना और जल्दबाज़ी में फैसले लेने से बचना बेहद ज़रूरी है।