आज, 9 दिसंबर को भारतीय शेयर बाजार में मिलेजुले ग्लोबल संकेतों के बीच सैंसेक्स और निफ्टी दबाव में कारोबार करते देखे गए। सैंसेक्स 200.66 अंक (0.25%) की गिरावट के साथ 81,508.46 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 58.80 अंक (0.24%) की गिरावट के साथ 24,677.00 के स्तर पर कारोबार करता हुआ बंद हुआ। सैंसेक्स के 30 स्टॉक्स में से 13 में तेजी और 17 में गिरावट देखने को मिली, जबकि निफ्टी के 50 स्टॉक्स में से 19 में बढ़त और 30 में गिरावट आई।
विदेशी फंडों का रुझान
6 दिसंबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय शेयर बाजार से 1,830 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने उसी दिन 1,659 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। इस प्रकार, घरेलू निवेशकों ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की, जबकि विदेशी निवेशकों ने बाजार से निकासी की।
डॉलर सूचकांक
पिछले सप्ताह 0.2 प्रतिशत के बढ़त के बाद डॉलर सूचकांक लगभग 106 पर स्थिर रहा। फिलहाल, यह 105.99 के स्तर पर दिखाई दे रहा है। इस दौरान अमेरिकी डॉलर की तुलना में यूरो में गिरावट आई है, जो फ्रांस में राजनीतिक उथल-पुथल का परिणाम था।
अमेरिकी बाजार की स्थिति
नवंबर के पेरोल डेटा में मजबूती के बाद अमेरिकी वाणिज्यिक दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है, जिसके चलते वैश्विक बाजारों में तेजी देखने को मिली। अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को S&P 500 और Nasdaq क्रमशः 0.25% और 0.8% बढ़े, जबकि डाओ जोन्स में मामूली गिरावट आई। इस दौरान यूनाइटेड हेल्थ ग्रुप के शेयरों में 5% की गिरावट आई, जिससे इस इन्केडेक्स पर दबाव पड़ा।
भारतीय बाजार की स्थिति
इससे पहले शुक्रवार, 6 दिसंबर को भारतीय बाजार में सैंसेक्स 56 अंक गिरकर 81,709 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी में 30 अंक की गिरावट आई थी और यह 24,677 के स्तर पर बंद हुआ। सैंसेक्स के 30 स्टॉक्स में से 17 में गिरावट और 13 में तेजी रही, जबकि निफ्टी के 50 स्टॉक्स में से 32 में गिरावट और 18 में तेजी रही।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के सेक्टोरल इंडेक्स में मेटल सेक्टर 1.23% के साथ सबसे अधिक बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि अन्य सेक्टर्स में मिलाजुला रुझान रहा।
वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की निकासी और घरेलू निवेशकों की खरीदारी के बीच दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, वैश्विक संकेत भी बाजार की दिशा को प्रभावित कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।