आज हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, 29 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में मिलाजुला कारोबार देखा गया। सैंसेक्स 759.05 अंक (0.96%) की बढ़त के साथ 79,802.79 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी ने भी 216.95 अंक (0.91%) का उछाल देखा और 24,131.10 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 स्टॉक्स में से 43 में वृद्धि और 7 में गिरावट देखी गई।
निफ्टी और सैंसेक्स का प्रदर्शन
सैंसेक्स और निफ्टी में इस दिन अच्छे सुधार के संकेत मिले। सैंसेक्स 79,800 के स्तर के पास पहुंचने में सफल रहा और निफ्टी भी 24,100 के पार पहुंच गया। बाजार के इस उतार-चढ़ाव के बीच, बैंकों, फाइनेंशियल, और कंज्यूमर गुड्स जैसे प्रमुख सेक्टरों में तेजी देखी गई, जबकि रियल्टी सेक्टर में दबाव देखा गया।
एनएसई के सेक्टोरल इंडेक्स में वृद्धि
एनएसई के सेक्टरल इंडेक्स में रियल्टी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टरों में तेजी रही। फाइनेंशियल, बैंकिंग, और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में अच्छा उछाल आया। हालांकि रियल्टी सेक्टर में निवेशकों का विश्वास कमजोर नजर आया, जिसके चलते इस सेक्टर में गिरावट देखने को मिली।
विदेशी और घरेलू निवेशक
विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 28 नवंबर को 11,756.25 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने इस अवधि में 8,718.30 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह दर्शाता है कि घरेलू निवेशक अभी भी बाजार में विश्वास दिखा रहे हैं, जबकि विदेशी निवेशक थोड़ा सतर्क नजर आ रहे हैं। इस ट्रेडिंग गतिविधि के बावजूद, भारतीय बाजारों में स्थिरता बनी रही और वृद्धि की दिशा में बढ़त देखने को मिली।
ग्लोबल बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में इस दिन मिश्रित प्रदर्शन देखने को मिला। जापान का निक्केई 0.41% और कोरिया का कोस्पी 1.78% नीचे रहा। वहीं, चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.90% की वृद्धि के साथ कारोबार करता हुआ देखा गया। इन बाजारों के मिलेजुले संकेतों ने भारतीय बाजारों को प्रभावित किया, लेकिन घरेलू निवेशकों ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखी।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी मंदी का असर रहा। 27 नवंबर को अमेरिकी डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.31% गिरकर 44,722 पर आ गया। इसी तरह, एसएंडपी 500 भी 0.38% गिरकर 5,998 के स्तर पर आ गया। नास्डैक में भी 0.60% की गिरावट आई और यह 19,060 पर आकर रुक गया।
पिछले दिन की गिरावट
इसके पहले, 28 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में काफी गिरावट दर्ज की गई थी। सैंसेक्स 1,190 अंक (1.48%) गिरकर 79,043 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 360 अंक (1.49%) गिरकर 23,914 के स्तर पर बंद हुआ था। इस दिन बाजार में प्रमुख रूप से गिरावट रही, और खासकर आईटी सेक्टर ने काफी नुकसान झेला। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में भी गिरावट आई और यह 54,782 पर बंद हुआ।
आईटी सेक्टर में भारी गिरावट
एनएसई का आईटी सेक्टर पिछले दिनों सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था और इसने 2.39% की गिरावट के साथ कारोबार समाप्त किया। यह गिरावट वैश्विक स्तर पर आईटी कंपनियों के परिणामों में कमजोरी के संकेतों के कारण थी, और इससे भारतीय आईटी स्टॉक्स पर दबाव पड़ा।
आज के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार ने हल्का सुधार दिखाया, लेकिन इसका असली असर लंबे समय तक देखने को मिलेगा। विदेशी निवेशकों की स्थिति और वैश्विक बाजारों के रुझान से संकेत मिलता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रह सकता है। निवेशकों को अपनी निवेश रणनीतियों पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी, खासकर अगर वे मध्य या दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं।