
बुधवार, 21 मई को भारतीय शेयर बाजार में तेज़ी देखने को मिली। सेंसेक्स 410 अंक यानी 0.51% बढ़कर 81,596.63 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयरों में बढ़त रही, जबकि सिर्फ 6 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। यह निवेशकों के लिए राहत भरी खबर रही, खासकर मंगलवार की बड़ी गिरावट के बाद।
इसी तरह निफ्टी में भी 129.55 अंकों की बढ़त देखने को मिली और यह 0.52% उछलकर 24,813.45 पर बंद हुआ। मंगलवार को आई गिरावट के बाद बुधवार की यह रिकवरी बाजार में सकारात्मक माहौल को दर्शाती है।
मंगलवार को हुई थी भारी गिरावट
मंगलवार, 20 मई को बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली थी। सेंसेक्स 873 अंक गिरकर 81,186 पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी में भी 262 अंकों की गिरावट आई थी और यह 24,684 के स्तर पर पहुंच गया था। इस गिरावट से निवेशकों को लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार
एशिया के प्रमुख शेयर बाजारों की बात करें तो वहां मिला-जुला रुख देखने को मिला। जापान का निक्केई लगभग 40 अंक (0.10%) गिरकर 37,500 पर बंद हुआ। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 30 अंक (1%) बढ़कर 2,625 पर बंद हुआ। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स भी 120 अंक (0.50%) चढ़कर 23,800 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कंपोजिट 13 अंक (0.40%) बढ़कर 3,393 पर कारोबार करता रहा।
अमेरिका में हल्की गिरावट
20 मई को अमेरिकी बाजारों में हल्की गिरावट देखने को मिली। डाओ जोंस 115 अंक यानी 0.27% गिरकर 42,677 पर बंद हुआ। वहीं, टेक्नोलॉजी सेक्टर पर आधारित नैस्डैक 73 अंक गिरकर 19,143 पर आ गया। स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (S&P 500) इंडेक्स भी 23 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ।
क्यों आई बाजार में रिकवरी?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार में बुधवार को आई बढ़त मुख्य रूप से विदेशी निवेश, मजबूत ग्लोबल संकेत और कुछ अहम सेक्टर्स में खरीदारी की वजह से हुई। इसके अलावा, कुछ कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजों ने भी निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव चल रहा है। इसलिए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोच-समझकर निवेश करें और लंबे समय के नजरिए से मजबूत कंपनियों में पैसा लगाएं। किसी अफवाह या छोटी खबर पर जल्दबाज़ी में फैसले लेने से बचें।
इस तरह देखा जाए तो बुधवार का दिन निवेशकों के लिए राहत भरा रहा। अब आगे बाजार की चाल ग्लोबल संकेतों, चुनावी माहौल और आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।