Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए BJP की क्या स्ट्रैटेजी है, इसको केंद्रीय मंत्री अमित शाह Amit Shah ने साफ कर दिया है. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए NDA के बढ़ते कुनबे पर अमित शाह ने कहा कि हम परिवार नियोजन में भरोसा करते हैं, लेकिन पॉलिटिक्स में इसे नहीं अपनाते हैं. Amit Shah ने अपने इस बयान से साफ कर दिया कि लोकसभा चुनाव से पहले और ज्यादा पार्टियां NDA में शामिल हो सकती हैं. इसके साथ ही अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत का दावा किया. आइए अमित शाह के बयान के मायने समझते हैं.
क्या NDA जीतेगा 400 सीटें?
Amit Shah ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे पर कोई इन एन बट नहीं है. ये तो Congress और उसके सहयोगियों को भी एहसास हो गया है. उनको फिर से विपक्ष में बैठना होगा. हमने धारा 370 हटाई इसलिए जनता BJP को 370 सीटों पर जीत दिलाएगी. लोकसभा चुनाव में NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर शाह का सवाल
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने Amit Shah की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी सवाल उठाए. शाह ने कहा कि राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा करने का कोई अधिकार नहीं है. क्योंकि 1947 में Congress भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार थी. वहीं, तुष्टिकरण का मुद्दा उठाते हुए शाह ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से और कानून-व्यवस्था का हवाला देकर राम मंदिर नहीं बनने दिया गया.
मजबूत होता NDA का कुनबा
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, बीजेपी के नेतृत्व वाला कुनबा बढ़ता जा रहा है. नीतीश कुमार NDA में आ चुके हैं. बिहार में नई सरकार बन चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, यूपी में जयंत चौधरी के साथ भी डील पक्की है. वो अखिलेश का साथ छोड़ NDA में आने वाले हैं. दक्षिण के तेलुगू देशम पार्टी से भी बातचीत चल रही है. उधर, महाराष्ट्र में बीजेपी राजनीतिक समीकरण एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ पहले ही साध चुकी है.
क्या आसान होगा 2024 का रास्ता?
दूसरी तरफ, NDA की चुनौती देने वाले इंडिया गठबंधन लगातार बिखरता दिखाई दे रहा है. नीतीश कुमार ने साथ छोड़ दिया. ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में सीट पर समझौता करने से मना कर चुकी हैं. पंजाब में अरविंद केजरीवाल सीट बंटवारे पर राजी नहीं हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र में शिवसेना उद्धव गुट भी नहीं मान रहा है. माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में ऐसे ही घमासान चलता रहा तो बीजेपी के लिए 2024 के चुनाव का रास्ता आसान हो जाएगा.