छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित शहीदी सभा: ट्रैफिक व्यवस्था में बड़े बदलाव
गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की अमर शहादत की स्मृति में आयोजित शहीदी सभा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष ट्रैफिक प्रबंधन की घोषणा की है। यह प्रबंधन श्रद्धालुओं को सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने और यातायात को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए किया गया है।
इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए जिला पुलिस प्रमुख डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि पटरियों और हाईवे पर ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए कई वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं। शहीदी सभा के दौरान ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए पुलिस द्वारा मार्गों का पुनर्निर्धारण किया गया है।
पंजाब के अलग-अलग इलाकों के लिए ट्रैफिक मार्ग
पुलिस प्रमुख ने बताया कि पटियाला, सरहिंद, मंडी गोबिंदगढ़, अमलोह, खन्ना और लुधियाना जाने वाले ट्रैफिक को टी-पॉइंट बडाली आला सिंह से वाया हंसाली साहिब और नबीपुर होते हुए जी.टी. रोड पर भेजा जाएगा। वहीं, भारी ट्रैफिक को बिबीपुर-बरस से राजिंदरगढ़ होते हुए जी.टी. रोड पर डायवर्ट किया गया है।
राजपुरा की तरफ जाने वाले भारी ट्रैफिक को बस स्टैंड जखवाली से मूलेपुर और सराय बनजारा होते हुए भेजा जाएगा। इसके अलावा, चंडीगढ़ और रोपड़ जाने वाले वाहनों के लिए टी-पॉइंट भैरोपुर बाईपास से मंडोफाल, शमशेर नगर चौक और माधोपुर चौक के जरिए वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं।
भारी वाहनों के लिए प्रबंधन
भारी वाहनों को मलेरकोटला, खन्ना, और लुधियाना के लिए टी-पॉइंट के नजदीक ऊषा माता मंदिर बाईपास रोड और जड़खेलां चौक से फिरोजपुर के रास्ते भेजा जाएगा। इसी तरह, बसी पठाना से होकर राजपुरा, मंडी गोबिंदगढ़, और अमलोह की ओर जाने वाले ट्रैफिक को निर्देशित किया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की तैयारी
श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए ट्रैफिक पुलिस ने अस्थायी साइनबोर्ड लगाए हैं और मार्गदर्शन के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा, वाहनों के सुचारू संचालन के लिए ट्रैफिक नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं।
पुलिस की अपील
डॉ. ग्रेवाल ने जनता से अपील की है कि वे यातायात प्रबंधन में सहयोग करें और निर्धारित मार्गों का पालन करें। श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ से बचने और ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के शहीदी सभा में शामिल हो सकें। यह शहीदी सभा न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, बल्कि यह आयोजन गुरु गोबिंद सिंह जी के बलिदान और उनके परिवार के अद्वितीय त्याग की याद दिलाता है।