दिल्ली नगर निगम (MCD) की महापौर डॉ. शेली ओबेरॉय ने Kasturba Gandhi Hospital में बिजली की कमी के कारण नवजात की मौत को गंभीर मामला करार दिया है। इस घटना के बाद उन्होंने MCD कमिश्नर को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया है।
राजनीतिक हंगामा
दिल्ली के Kasturba Hospital में बिजली की कटौती के दौरान एक महिला का प्रसव टॉर्च की रोशनी में हुआ और नवजात की मौत हो गई, इस घटना पर राजनीतिक हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस और भाजपा ने दिल्ली सरकार और MCD महापौर शेली ओबेरॉय पर हमला बोला है। इस मामले के सामने आने के बाद से महापौर डॉ. शेली ओबेरॉय एक्शन मोड में दिख रही हैं।
कमिश्नर को जांच का आदेश
महापौर शेली ओबेरॉय ने MCD कमिश्नर को भेजे एक पत्र में बताया कि 22 अगस्त 2024 को Kasturba Gandhi Hospital में बिजली की योजना से कटौती के दौरान नवजात की मौत की खबर मीडिया रिपोर्ट में आई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
MCD महापौर के आदेश से पहले, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार और दिल्ली नगर निगम पूरी तरह से विफल हो गए हैं। Kasturba Hospital में टॉर्च की रोशनी में प्रसव और नवजात की मौत ने AAP सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है।
पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग
देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि नवजात की मौत बिजली की कमी के कारण हुई है। एक गर्भवती महिला का प्रसव टॉर्च की रोशनी में हुआ, जिससे परिवार पूरी तरह से सदमे में है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की महापौर और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज इस लापरवाही के लिए सीधे जिम्मेदार हैं। उन्होंने मांग की कि स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली में नवजात की मौत की जिम्मेदारी लेते हुए परिवार को मुआवजे की सार्वजनिक घोषणा करें।