
शेयर बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए एक अहम जानकारी सामने आई है। म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के संगठन AMFI (Association of Mutual Funds in India) ने मार्च 2025 की एक रिपोर्ट जारी की है, जिससे SIP (Systematic Investment Plan) को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में SIP के जरिए कुल 25,926 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो पिछले चार महीनों में सबसे कम है। इससे भी बड़ी बात यह रही कि इस महीने 51 लाख SIP खाते बंद कर दिए गए। यह आंकड़ा उस समय सामने आया है जब शेयर बाजार में अस्थिरता और निवेशकों की सतर्कता काफी बढ़ चुकी है।
हालांकि फरवरी 2025 में SIP का निवेश 25,999 करोड़ रुपये था, जो पहले ही गिरावट के संकेत दे रहा था। उस समय भी बाजार में भारी बिकवाली और अनिश्चितता का माहौल था।
खाते बंद ज्यादा, नए खाते कम
AMFI की रिपोर्ट बताती है कि मार्च में 40 लाख नए SIP खाते खुले, लेकिन 51 लाख बंद हो गए। इसका मतलब है कि SIP स्टॉपेज रेश्यो में इजाफा हुआ है। यह अनुपात फरवरी में 122% था, जो मार्च में बढ़कर 128.75% हो गया। SIP स्टॉपेज रेश्यो दर्शाता है कि कितने पुराने निवेशक अपनी योजनाएं बीच में ही बंद कर रहे हैं।
कुछ SIP योजनाएं तो अपनी तय अवधि पूरी होने के बाद बंद हुईं, लेकिन बड़ी संख्या में निवेशकों ने खुद ही अपनी SIP बंद की हैं। वहीं नए निवेशक अभी भी धीमी गति से जुड़ रहे हैं, जिससे कुल निवेश में कमी आई है।
कुल SIP खाते भी घटे
मार्च 2025 के अंत तक SIP खातों की कुल संख्या घटकर 8.11 करोड़ रह गई, जबकि फरवरी में यह 8.26 करोड़ और जनवरी में 8.34 करोड़ थी। यानी लगातार तीन महीनों से इसमें गिरावट दर्ज की जा रही है।
लंबे समय में दिखा भरोसा
हालांकि अल्पकालिक अस्थिरता और गिरावट के बावजूद SIP में लंबी अवधि का भरोसा अब भी कायम है। मार्च 2025 तक SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की गई कुल संपत्ति का मूल्य 13.35 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया है।
अगर हम पीछे जाएं, तो फरवरी 2020 में यह आंकड़ा सिर्फ 8,513 करोड़ रुपये था। यानी पांच साल में SIP निवेश करीब तीन गुना बढ़ा है। इससे यह साफ होता है कि भारतीय निवेशक SIP को एक भरोसेमंद और दीर्घकालिक निवेश विकल्प मानते हैं।
क्या है निवेशकों के लिए संदेश?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा समय में बाजार की गिरावट और अनिश्चितता से घबराने की जरूरत नहीं है। SIP का असली फायदा लंबे समय तक लगातार निवेश करने में है। बाजार में गिरावट के दौरान खरीदी गई यूनिट्स भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती हैं।
इसलिए, अगर आपने SIP शुरू की है तो धैर्य बनाए रखें और निवेश की योजना को बीच में न छोड़ें। उतार-चढ़ाव बाजार का हिस्सा हैं, लेकिन स्मार्ट निवेशक वही होता है जो इसे झेलकर आगे बढ़ता है।