
भारतीय क्रिकेट टीम को एक नया युवा टेस्ट कप्तान मिला है – शुभमन गिल। 25 साल के इस युवा बल्लेबाज़ को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए भारत का कप्तान बनाया गया है। शुभमन ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उनके लिए टेस्ट सीरीज़ जीतना IPL ट्रॉफी से ज़्यादा मायने रखता है।
टेस्ट क्रिकेट को बताया असली चुनौती
गिल ने कहा, “अगर आप अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं, तो आपको इंग्लैंड का दौरा करने का शायद दो या तीन बार ही मौका मिलता है। ऐसे में अगर कोई मुझसे पूछे कि इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतना ज़्यादा बड़ी बात है या IPL खिताब, तो मेरा जवाब साफ़ है – टेस्ट सीरीज़ जीतना।”
उन्होंने कहा कि IPL हर साल होता है और वहां हर सीज़न नई टीमों और खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है, लेकिन टेस्ट सीरीज़ जीतना, वो भी इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड या दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में, एक बड़ी बात है।
सीनियर खिलाड़ियों से ली सलाह
गिल ने ये भी बताया कि IPL के दौरान उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों से इंग्लैंड दौरे की तैयारी को लेकर सलाह ली थी। “मैंने दोनों से बात की और उन्होंने अपने अनुभव शेयर किए, खासकर इंग्लैंड की परिस्थितियों के बारे में। इससे मुझे काफी मदद मिली,” गिल ने कहा।
उन्होंने बताया कि इस बार इंग्लैंड के खिलाफ भारत में खेली गई टेस्ट सीरीज़ (2023-24) भी उनके करियर की सबसे यादगार सीरीज़ में से एक थी। उस सीरीज़ में भी कई सीनियर खिलाड़ी हर मैच में मौजूद नहीं थे, फिर भी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया।
अनुभव की कमी नहीं, आत्मविश्वास है
हालांकि गिल के पास इंग्लैंड की पिचों पर लाल गेंद से खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है, फिर भी वह इस चुनौती से घबराए नहीं हैं। उन्होंने कहा, “लोग कह रहे हैं कि हमारी टीम में अनुभव की कमी है, लेकिन इसका एक फायदा यह है कि हम पर उम्मीदों का ज्यादा दबाव नहीं होगा। ऐसे में खिलाड़ी खुलकर खेल सकते हैं।”
गिल ने आगे कहा, “हमारे सीनियर खिलाड़ियों ने पिछले 5-10 सालों में जो प्रदर्शन किया है, उन्होंने हमें यह भरोसा दिया है कि भारत कहीं भी जाकर जीत सकता है। हम भी उसी आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेंगे।”
गिल के कंधों पर बड़ी ज़िम्मेदारी
विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर. अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के टेस्ट क्रिकेट से हटने के बाद अब शुभमन गिल पर बड़ी ज़िम्मेदारी है। इंग्लैंड जैसे देश में टेस्ट सीरीज़ जीतना आसान नहीं होता, लेकिन शुभमन का रवैया और सोच यह दिखाती है कि वे इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
शुभमन गिल का टेस्ट क्रिकेट के लिए जो जुनून है, वह साफ झलकता है। जब एक युवा खिलाड़ी IPL जैसी बड़ी लीग से ऊपर टेस्ट जीत को रखता है, तो यह क्रिकेट के पारंपरिक रूप की अहमियत को भी दर्शाता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि शुभमन गिल इंग्लैंड दौरे पर भारत को कैसी लीडरशिप देते हैं और क्या वे इतिहास रच पाते हैं।