
भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में एक खास हथियार सबसे ज्यादा चर्चा में रहा – स्काईस्ट्राइकर ड्रोन। यह कोई आम निगरानी ड्रोन नहीं है, बल्कि एक ऐसा आत्मघाती ड्रोन है जो दुश्मन पर चुपचाप हमला करता है और टारगेट को पूरी तरह तबाह कर देता है।
स्काईस्ट्राइकर: उड़ती हुई मिसाइल
स्काईस्ट्राइकर को इस तरह बनाया गया है कि यह UAV (Unmanned Aerial Vehicle) की तरह उड़ता है, लेकिन हमला मिसाइल की तरह करता है। इसमें 5 से 10 किलोग्राम तक का विस्फोटक (वॉरहेड) लगा होता है और यह 100 किलोमीटर तक उड़ सकता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह बहुत कम आवाज़ करता है, जिससे दुश्मन को पता भी नहीं चलता कि मौत उसके सिर पर मंडरा रही है।
भारत और इजरायल की साझा ताकत
यह ड्रोन भारत और इजरायल की साझेदारी का नतीजा है। इसे बेंगलुरु की अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजीज और इजरायल की मशहूर कंपनी एल्बिट सिस्टम्स ने मिलकर तैयार किया है। भारत सरकार ने 2021 में 100 से ज्यादा स्काईस्ट्राइकर ड्रोनों का ऑर्डर दिया था, खासकर बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद, जब ड्रोन तकनीक की अहमियत और ज़्यादा समझ आई।
यह ड्रोन इतनी खामोशी से उड़ता है कि यह रडार से भी बच सकता है। यही वजह है कि यह दुश्मन के अंदर तक घुसकर आतंकियों के अड्डों को तबाह कर सकता है। इसे लोइटरिंग म्यूनिशन श्रेणी में रखा जाता है, जिसका मतलब है कि यह लक्ष्य के आसपास चक्कर लगाता है और सही समय पर हमला करता है।
युद्ध की दिशा बदलती तकनीक
स्काईस्ट्राइकर जैसे ड्रोन अब युद्ध के मैदान में बदलाव ला रहे हैं। पहले जहां अलग से निगरानी और हमला करने वाली यूनिट होती थीं, अब एक ही प्लेटफॉर्म पर दोनों काम किए जा सकते हैं। यह तकनीक तेजी से काम करती है और दुश्मन को तैयारी का मौका भी नहीं देती।
भारतीय सेना का आधुनिक चेहरा
भारतीय सेना अब पारंपरिक हथियारों से आगे बढ़ चुकी है। स्काईस्ट्राइकर ड्रोन का इस्तेमाल इस बात का संकेत है कि सेना अब स्मार्ट तकनीक और हाई-प्रिसीजन हथियारों पर फोकस कर रही है। यह ड्रोन आतंकियों के लिए एक साफ संदेश है – अब कोई भी सीमा पार सुरक्षित नहीं है। भारत अब किसी भी समय, किसी भी स्थान और किसी भी ऊंचाई से दुश्मन को निशाना बना सकता है।
खासियत जो इसे बनाती है सबसे अलग
विशेषता | जानकारी |
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रेंज | 100 किलोमीटर तक |
वॉरहेड क्षमता | 5 या 10 किलोग्राम |
इंजन | इलेक्ट्रिक मोटर (बेहद कम आवाज़) |
ऑपरेशन क्षमता | टारगेट ढूंढना, ट्रैक करना और हमला करना |
असर | सटीक हमला, कम collateral damage |
रणनीति | चुपचाप, अचानक और अचूक वार |