
चंडीगढ़ और पंजाब में मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, तापमान आम से 3 डिग्री अधिक दर्ज किया गया है। बठिंडा में मंगलवार शाम को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री रहा, जबकि फरीदकोट में यह 34.5 डिग्री दर्ज किया गया। चंडीगढ़ में तापमान 32.1 डिग्री था।
बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने सूचना दी है कि पंजाब में बारिश के लिए थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ेगा। मंगलवार को अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर में बारिश की संभावना थी, लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विज्ञानियों ने कहा कि अगले एक हफ्ते में किसी भी जगह बारिश होने की संभावना नहीं है।
प्रदूषण के आंकड़े
इस साल दिल्ली और पंजाब के कुछ शहरों में प्रदूषण के स्तर में हल्की-हल्की सुधार देखा गया है। ज़्यादातर शहरों का वायु प्रदूषण 200 से कम दर्ज किया गया है, लेकिन चंडीगढ़ में हालात खराब बने हुए हैं। यहां का औसत AQI 206 तक पहुंच गया।
पराली जलाने की घटनाएं
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को 219 नई आग लगने की घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे सीज़न में पराली जलाने की घटनाएं बढ़कर 2,356 हो गई हैं। यह आंकड़े पिछले साल के इसी समय के आंकड़ों की तुलना में 55 फीसदी कम हैं। पिछले साल इसी समय 5,254 घटनाएं हुई थीं।
पंजाब में 2022 में खेतों में आग लगने की 12,112 घटनाएं दर्ज की गई थीं। मंगलवार को 219 खेतों में आग लगने की शिकायतें मिलीं। आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज़्यादा 45 घटनाएं फिरोज़पुर में दर्ज की गईं, इसके बाद संगरूर में 38 और पटियाला में 22 घटनाएं रिपोर्ट की गईं।
मौसम में बदलाव
इस साल पहली बार सितंबर के आखिरी हफ्ते में मौसम में बदलाव देखा गया, जो पिछले सालों में अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में होता था। इस बार अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 15 दर्ज किया गया, जो पिछले सालों से काफी अलग है।
रजाईयों की मांग में वृद्धि
मौसम के बदलाव से रजाईयों की तैयारी भी जोर-शोर से हो रही है। मजारी पोजेवाल और बलाचौर जैसे कस्बों में रजाईयों के नगंदन वाले कारोबारियों ने कहा कि इस बार लोग पहले से ही रजाईयों की मांग कर रहे हैं।
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि पंजाब में यह कारोबार शुरू हो गया है और लोग पुरानी रजाईयों को फिर से रुई भरवाकर नई रजाई तैयार करवा रहे हैं।
चंडीगढ़ और पंजाब में मौसम की स्थिति और प्रदूषण के स्तर में बदलाव स्थानीय जनता और मौसम विज्ञानियों के लिए नई चिंताएं और मौके पैदा कर रहे हैं। लोगों को बारिश के इंतज़ार के साथ-साथ अपने शरीर को गर्म रखने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा।