उत्तर भारत में पहाड़ों पर बर्फबारी और ठंडी हवाओं का असर राजधानी दिल्ली सहित मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली की हवा में सुधार हुआ है, साथ ही ठंड भी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में उत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली में ठंड बढ़ी, हवा साफ हुई
दिल्ली में बुधवार को हवा का स्तर पहले के मुकाबले साफ पाया गया और यह अब मध्यम श्रेणी में आ चुका है। तेज हवाओं के चलते प्रदूषण के कण दूर चले गए हैं, जिससे लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से 2.5 डिग्री अधिक है।
गुरुवार को शहर में धुंध छाए रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 7 दिसंबर तक तेज हवाएं चलेंगी, जिसके बाद 8 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है, जिससे मध्यम कोहरा छा सकता है।
कश्मीर में कड़ाके की ठंड, तापमान शून्य से नीचे
जम्मू-कश्मीर में ठंड ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि काजीगुंड में यह शून्य से 2.2 डिग्री नीचे रहा।
घाटी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया, और गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट में पारा शून्य से 3.5 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। कोकेरनाग को छोड़कर घाटी के सभी केंद्रों पर तापमान शून्य से नीचे रहा। कड़ाके की ठंड के कारण लोग सुबह देर तक घरों में कैद रहे और बर्फबारी के कारण पर्यटन स्थलों पर बर्फ प्रेमियों की आवाजाही बढ़ने लगी है।
दक्षिण भारत में गर्मी और चक्रवात का असर
उत्तर और मध्य भारत जहां ठंड से कांप रहे हैं, वहीं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में ठंड का अभी कोई खास असर नहीं है। मुंबई में बुधवार को अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 16 वर्षों में दिसंबर का सबसे गर्म दिन रहा।
दक्षिण-पूर्वी राज्यों में चक्रवात फेंगल का असर जारी है। इसके चलते कई इलाकों में बारिश हो रही है। इससे वातावरण में नमी का स्तर अधिक बना हुआ है, लेकिन ठंड का अनुभव नहीं हो रहा। चक्रवात के चलते तटीय इलाकों में जनजीवन प्रभावित है।
तेज हवाओं और धुंध का असर
दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में तेज हवाओं के चलते दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर देखा जा रहा है। ठंड के साथ-साथ आने वाले दिनों में धुंध और कोहरे का असर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग सुबह और रात के समय यात्रा करते समय सतर्क रहें।
प्रदूषण से राहत, ठंड ने दी दस्तक
तेज हवाओं ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण के स्तर को कम करने में अहम भूमिका निभाई है। हवा की गुणवत्ता अब मध्यम श्रेणी में आ चुकी है। हालांकि, ठंड की शुरुआत के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में धुंध का प्रकोप बढ़ने की आशंका है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है।
उत्तर भारत में ठंड का असर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तेज हवाओं के चलते ठंड अपने चरम पर पहुंच रही है। वहीं, दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी और बारिश का दौर जारी है। आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे का प्रकोप और बढ़ने की उम्मीद है। लोगों को मौसम के इस बदलाव के अनुसार सतर्क रहने की आवश्यकता है।