हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है। उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे पवित्र स्थानों के साथ-साथ नैनीताल और कुमाऊं के कुछ इलाकों में भी हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है। इस बर्फबारी के कारण पहाड़ी क्षेत्रों की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं, लेकिन इससे लोगों की दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।
बर्फबारी के चलते पहाड़ी इलाकों में यातायात पर भी असर पड़ा है। कई सड़कों पर बर्फ जमने से आवागमन बाधित हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल के कुल्लू, मनाली और शिमला जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर भी भारी बर्फबारी होने की संभावना है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे इलाकों में बर्फ की चादर बिछ गई है।
दिल्ली-NCR में ठंड का असर बढ़ा
पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का सीधा असर अब मैदानी क्षेत्रों पर दिख रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो-तीन दिनों तक दिल्ली-NCR में शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना जताई है।
रविवार (15 दिसंबर) को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि दिन में आसमान साफ रहेगा, लेकिन ठंडी हवाएं चलेंगी। सोमवार को भी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम तापमान 21 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। दिन में तेज धूप के बावजूद ठंड का असर महसूस होगा।
देश के अन्य हिस्सों में भी शीतलहर का प्रकोप
मौसम विभाग ने अगले सप्ताह देश के कई हिस्सों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। 19 से 25 दिसंबर के बीच राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है। इन क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5-7 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है।
राजस्थान के कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस या इससे भी कम रहने का अनुमान है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी ठंड बढ़ने की संभावना है। IMD ने बताया कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा।
पर्यटकों के लिए खुशखबरी, स्थानीय निवासियों के लिए मुश्किलें
बर्फबारी ने जहां पर्यटकों के लिए एक रोमांचक माहौल बनाया है, वहीं स्थानीय निवासियों के लिए यह चुनौती बन गई है। ठंड के कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति और जल सेवाओं पर असर पड़ा है। इसके अलावा, बर्फबारी के चलते सड़कें बंद होने से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में भी दिक्कतें हो रही हैं।
पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है। मनाली, शिमला, और गुलमर्ग जैसे स्थानों पर होटल और गेस्ट हाउस पहले से ही बुक हो चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने पर्यटकों को सावधानी बरतने और भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।
अगले सप्ताह तक ठंड का रहेगा जोर
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले सप्ताह भी ठंड का प्रभाव बना रहेगा। 19-25 दिसंबर के दौरान न्यूनतम तापमान में किसी बड़ी राहत की संभावना नहीं है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में ठंडी हवाएं चलेंगी और शीतलहर का असर जारी रहेगा।
आगामी दिनों में मौसम में बदलाव के संकेत नहीं हैं। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-NCR में ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। प्रशासन ने लोगों को ठंड से बचाव के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखने की अपील की गई है।
पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के कारण मैदानी क्षेत्रों में ठंड ने जोर पकड़ लिया है। IMD ने शीतलहर के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ठंडी हवाओं और गिरते तापमान के बीच लोगों को गर्म कपड़ों और स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की आवश्यकता है।