
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 18वां सीजन अब फिर से शुरू होने जा रहा है। 17 मई को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच मुकाबले से एक बार फिर क्रिकेट का रोमांच लौटेगा। फाइनल मुकाबला 3 जून को खेला जाएगा। लेकिन इसी बीच क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने एक अहम फैसला लेते हुए आईपीएल की कई टीमों की टेंशन बढ़ा दी है।
साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी 26 मई तक लौटेंगे
क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने अपने उन खिलाड़ियों को 26 मई तक आईपीएल से वापस बुला लिया है, जो जून में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल खेलने वाले हैं। यह फाइनल 11 से 15 जून के बीच इंग्लैंड के मशहूर लॉर्ड्स मैदान पर खेला जाएगा।
CSA का मानना है कि खिलाड़ियों को फाइनल से पहले अपनी टेस्ट तैयारी के लिए पूरा समय मिलना चाहिए। इस फैसले का सीधा असर आईपीएल की कम से कम 6 टीमों पर पड़ेगा, जो अभी भी प्लेऑफ की दौड़ में हैं।
किन खिलाड़ियों को वापस बुलाया गया है?
वर्तमान आईपीएल सीजन में कुल 20 साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन इनमें से 8 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें WTC फाइनल के लिए स्क्वॉड में चुना गया है:
कॉर्बिन बॉश और रयान रिकेल्टन (मुंबई इंडियंस)
वियान मुल्डर (सनराइजर्स हैदराबाद)
मार्को जानसेन (पंजाब किंग्स)
एडन मार्करम (लखनऊ सुपरजायंट्स)
लुंगी एनगिडी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
कागिसो रबाडा (गुजरात टाइटन्स)
ट्रिस्टन स्टब्स (दिल्ली कैपिटल्स)
इनमें से केवल सनराइजर्स हैदराबाद ही ऐसी टीम है जो प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। बाकी सभी खिलाड़ी महत्वपूर्ण टीमों का हिस्सा हैं, और इनकी गैर-मौजूदगी से प्लेऑफ मैचों में संतुलन बिगड़ सकता है।
कोच शुकरी कॉनराड का बयान
साउथ अफ्रीका के मुख्य कोच शुकरी कॉनराड ने साफ कहा है कि वो अपने सभी टेस्ट खिलाड़ियों को 26 मई तक वापस चाहते हैं। उन्होंने बताया कि ये निर्णय CSA के टॉप अधिकारियों द्वारा लिया गया है और इसकी संभावना बहुत कम है कि इसमें कोई बदलाव हो।
उनके अनुसार, “हम चाहते हैं कि खिलाड़ी 30 मई तक इंग्लैंड रवाना होने से पहले हमारी तैयारी में हिस्सा लें। हमें यकीन है कि खिलाड़ी समझदारी से फैसला लेंगे और टीम को प्राथमिकता देंगे।”
आईपीएल फाइनल की नई तारीख और असर
आईपीएल 2025 का फाइनल पहले 25 मई को होना था, लेकिन भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव और अन्य कारणों से इसे टाल दिया गया। अब फाइनल मैच 3 जून को तय किया गया है। इसका मतलब है कि जिन टीमों में साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी हैं, वे अपनी अंतिम रणनीति में बदलाव करने को मजबूर होंगी।
आईपीएल के रोमांच के बीच साउथ अफ्रीका का यह फैसला कई टीमों की मुश्किलें बढ़ा सकता है। अब देखना होगा कि प्लेऑफ में कौन सी टीम अपने विदेशी खिलाड़ियों के बिना मुकाबला जीत पाती है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए अगले कुछ हफ्ते बेहद दिलचस्प होने वाले हैं।