
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 2.36 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। इस बजट में राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं। पंजाब सरकार का उद्देश्य धार्मिक स्थलों का विकास करना और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित करना है।
गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत पर विशेष आयोजन
📌 गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत को समर्पित कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी।
📌 उनसे जुड़े धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा।
📌 श्री आनंदपुर साहिब के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
नंगल बनेगा पर्यटन केंद्र
📌 पंजाब सरकार नंगल को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी।
📌 इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
📌 यहां आधारभूत ढांचे को सुधारकर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा।
राम तीर्थ, अमृतसर में आधुनिक संग्रहालय
📌 राम तीर्थ, अमृतसर में 33 करोड़ की लागत से भगवान वाल्मीकि पैनोरमा बनाया गया है।
📌 इस अत्याधुनिक म्यूजियम में 14 गैलरी हैं, जहां भगवान वाल्मीकि के जीवन और शिक्षाओं को प्रदर्शित किया गया है।
📌 यह पैनोरमा 7 अक्टूबर 2024 को उद्घाटित हुआ और अब तक हजारों श्रद्धालु इसे देखने आ चुके हैं।
भगत सिंह नगर में विरासत सड़क और ऑडिटोरियम
📌 भगत सिंह नगर में 54 करोड़ रुपये की लागत से विरासत सड़क और ऑडिटोरियम बनाया जाएगा।
📌 यह प्रोजेक्ट पंजाब की गौरवशाली क्रांतिकारी विरासत को संरक्षित करेगा।
राज्यभर में 32 सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटकों का आयोजन
📌 इतिहास और प्रसिद्ध हस्तियों पर आधारित 32 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
📌 ये नाटक और उत्सव पंजाब की संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखेंगे।
ऐतिहासिक विरासत के लिए 204 करोड़ का बजट
📌 सांस्कृतिक स्थलों और धरोहरों को संजोने के लिए 204 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
📌 इससे राज्य में ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पंजाब सरकार के इस बजट में धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने की दिशा में बड़े कदम उठाए गए हैं। गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से लेकर भगत सिंह नगर में विरासत स्थलों के विकास तक, यह बजट पंजाब के इतिहास और संस्कृति को नई पहचान देने वाला साबित होगा।