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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने की दुखद खबर आई है, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में शोक और चिंता का माहौल बन गया है।
राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की खबर अत्यंत दुखद और व्यथित करने वाली है। जिन परिवारों ने अपनों को खो दिया, मैं उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
राहुल गांधी ने इस घटना के लिए रेलवे और सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि रेलवे को पहले से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अंदाजा होना चाहिए था और उसी के अनुसार बेहतर इंतजाम करने चाहिए थे।
कैसे हुई यह घटना?
रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन पर इकट्ठा हो गई थी। त्योहार के कारण यात्री संख्या बहुत अधिक थी, लेकिन स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध नहीं किए गए थे। अचानक धक्का-मुक्की शुरू हुई और भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।
क्या कहती है सरकार?
सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है, लेकिन रेलवे अधिकारियों का कहना है कि भीड़ अचानक बढ़ गई थी, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। हालांकि, यात्रियों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि प्रशासन पहले से ही जानता था कि बड़ी संख्या में लोग यात्रा करेंगे, फिर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए।
आगे क्या होना चाहिए?
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को इस घटना से सीख लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों। उन्होंने मांग की कि रेलवे और प्रशासन को बेहतर योजना बनानी चाहिए ताकि किसी को अपनी जान न गंवानी पड़े।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस दुर्घटना ने फिर से दिखा दिया कि भीड़ नियंत्रण और रेलवे प्रबंधन में सुधार की जरूरत है। यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर प्रशासन सतर्क नहीं हुआ, तो ऐसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं। सरकार और रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी ताकि भविष्य में कोई और ऐसी त्रासदी न हो।