भारतीय शेयर बाजार ने 4 दिसंबर 2024, बुधवार को एक बार फिर बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स 190.47 अंकों की तेजी के साथ 81,036.22 अंकों पर खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स 31.6 अंकों की बढ़त के साथ 24,488.75 अंकों पर कारोबार करते हुए नजर आया। यह लगातार दूसरा दिन है जब बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है।
पिछले दिन की प्रदर्शन रिपोर्ट
मंगलवार को भी बाजार ने हरे निशान में शुरुआत की थी और कारोबार के अंत तक शानदार उछाल दर्ज किया। सेंसेक्स 597.67 अंकों की बढ़त के साथ 80,845.75 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 181.10 अंकों की तेजी के साथ 24,457.15 अंकों पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स में 22 कंपनियों के शेयरों में बढ़त
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 22 कंपनियों के शेयर आज मुनाफे के साथ हरे निशान में खुले, जबकि 7 कंपनियों ने नुकसान के साथ लाल निशान में कारोबार शुरू किया। टाइटन के शेयर बिना किसी बदलाव के खुले।
सेंसेक्स की टॉप गेनर्स और लूजर्स
गैनर्स:
अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में आज सबसे ज्यादा 1.16% की बढ़त देखी गई।
अल्ट्राटेक सीमेंट 0.84%
सनफार्मा 0.74%
टाटा मोटर्स 0.67%
बजाज फिनसर्व 0.66%
एचडीएफसी बैंक और एशियन पेंट्स 0.61%
लूजर्स:
घाटे में रहने वाली कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टेक महिंद्रा, और अन्य कुछ प्रमुख नाम शामिल हैं।
निफ्टी 50 का प्रदर्शन
निफ्टी 50 की 50 में से 34 कंपनियों ने मुनाफे के साथ हरे निशान में कारोबार की शुरुआत की, जबकि 16 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले।
निफ्टी की टॉप गेनर्स
अदानी एंटरप्राइजेज
महिंद्रा एंड महिंद्रा
एचडीएफसी लाइफ
कोल इंडिया
प्रमुख सेक्टर्स का हाल
बैंकिंग सेक्टर: कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, और इंडसइंड बैंक में बढ़त दर्ज की गई।
ऑटोमोबाइल सेक्टर: टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी ने अच्छी तेजी दिखाई।
इंफ्रास्ट्रक्चर और मेटल सेक्टर: अडाणी पोर्ट्स और टाटा स्टील में मामूली बढ़त।
मुद्रा और वैश्विक बाजार का प्रभाव
भारतीय शेयर बाजार की यह तेजी वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों का परिणाम है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में स्थिरता बनाए रखने की उम्मीद और यूरोपीय बाजारों में सकारात्मक रुझान का असर भारतीय बाजारों पर पड़ा।
विशेषज्ञों की राय
शेयर बाजार में यह तेजी निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में प्रमुख सेक्टर्स, जैसे बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, और इंफ्रास्ट्रक्चर, में निवेशकों की रुचि बनी रह सकती है। हालांकि, वैश्विक भू-राजनीतिक परिस्थितियों और घरेलू आर्थिक संकेतकों पर ध्यान रखना जरूरी होगा।
आगे का रुझान
विश्लेषकों के मुताबिक, बाजार में यह तेजी कायम रह सकती है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। छोटी अवधि के निवेशकों को वोलाटिलिटी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय नए अवसर प्रदान कर सकता है।
भारतीय शेयर बाजार ने 2024 की अंतिम तिमाही में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, जो निवेशकों के लिए उत्साहजनक संकेत है।