
आज 2 जून को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। दिन के अंत में सेंसक्स 77 अंकों की गिरावट के साथ 81,373 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी 34 अंकों की गिरावट के साथ 24,716 पर आ गया। यह लगातार दूसरा दिन है जब बाजार में कमजोरी देखने को मिली है।
सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति
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सेंसक्स के 30 शेयरों में से 18 में गिरावट, जबकि 12 में तेजी रही।
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निफ्टी में भी कमजोरी देखने को मिली।
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बैंकिंग, ऑटो और IT सेक्टर के शेयरों में सबसे ज़्यादा गिरावट रही।
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वहीं, FMCG और ऊर्जा (energy) सेक्टर के शेयरों ने थोड़ी मजबूती दिखाई।
किन शेयरों में आई सबसे ज्यादा गिरावट?
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HDFC बैंक और HCL टेक्नोलॉजी में लगभग 1.50% की गिरावट दर्ज की गई।
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IT और ऑटो सेक्टर के अन्य शेयर भी लाल निशान में बंद हुए।
एशियाई बाजारों में भी कमजोरी
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जापान का निक्केई 551 अंक (1.45%) टूटकर 37,414 पर आ गया।
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कोरिया का KOSPI 23 अंक की गिरावट के साथ 2,698 पर रहा।
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हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 536 अंक (2.30%) की भारी गिरावट के साथ 22,753 पर कारोबार कर रहा है।
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चीन का शंघाई कंपोजिट बाजार आज बंद रहा।
अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला रुझान
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डाओ जोंस 54 अंकों की तेजी के साथ 42,270 पर बंद हुआ।
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NASDAQ 62 अंकों की गिरावट के साथ 19,113 पर आया।
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S&P 500 5,911 पर लगभग सपाट बंद हुआ।
पिछले हफ्ते भी गिरा था बाजार
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30 मई को, सेंसक्स 182 अंकों की गिरावट के साथ 81,451 पर बंद हुआ था।
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निफ्टी भी 83 अंकों की गिरावट के साथ 24,751 पर आ गया था।
FII निवेशक बने विक्रेता
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विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 30 मई को 6,449.74 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
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इससे यह संकेत मिलता है कि फिलहाल विदेशी निवेशक सतर्क हैं।
क्रूड ऑयल में तेजी
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 2.20% बढ़कर 64.16 डॉलर प्रति बैरल हो गया है, जो निकट भविष्य में महंगाई को प्रभावित कर सकता है।
आज के कारोबार में बाजार में हल्की गिरावट रही, लेकिन यह कोई बड़ी मंदी का संकेत नहीं है। वैश्विक बाजारों की कमजोरी, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और सेक्टोरल दबाव के चलते भारतीय बाजार थोड़ा नीचे आया। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और लंबी अवधि की रणनीति के साथ निवेश करें।