
भारतीय शेयर बाजार में 13 मई 2025 को एक बार फिर बड़ी गिरावट देखने को मिली। सोमवार यानी 12 मई को 11 महीनों की सबसे बड़ी तेजी के बाद आज शेयर बाजार ने लाल निशान के साथ शुरुआत की और पूरे दिन उतार-चढ़ाव के बाद दिन के अंत में बुरी तरह टूट गया।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 1,281.68 अंकों की भारी गिरावट के साथ 81,148.22 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी (Nifty) भी 346.35 अंक गिरकर 24,578.35 के स्तर पर बंद हुआ। इस गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है, खासकर ऐसे समय में जब बाजार में हाल ही में बड़ी तेजी देखी गई थी।
आज की ट्रेडिंग के दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी रुझान मिला-जुला रहा। शुरुआती सत्र में ये भी दबाव में दिखे, लेकिन बाद में इनमें थोड़ा स्थिरता आई। हालांकि, वे भी अपने शुरुआती ऊपरी स्तर से नीचे ही बंद हुए।
आज आई गिरावट के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, जिसमें वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेत, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कुछ दिग्गज कंपनियों के शेयरों में गिरावट शामिल है। खासतौर पर आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के शेयर में 4% की गिरावट ने बाजार को नीचे खींचने में बड़ी भूमिका निभाई। इसके अलावा पावर ग्रिड (Power Grid) के शेयर भी 3% टूट गए।
विशेषज्ञों के अनुसार, हाल ही की बड़ी तेजी के बाद बाजार में मुनाफावसूली का माहौल बना है। निवेशकों को यह समझ में आ गया है कि बाजार लगातार नई ऊंचाइयों पर नहीं जा सकता, इसलिए कई निवेशकों ने अपने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए बिकवाली की।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। वैश्विक आर्थिक संकेत, क्रूड ऑयल की कीमतें, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और कॉर्पोरेट नतीजे अब भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
फिलहाल निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में कोई निर्णय न लें और सोच-समझकर ही निवेश करें। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट एक अवसर भी बन सकती है, लेकिन शॉर्ट टर्म में सतर्कता बरतना जरूरी है।