साल 2024 के आखिरी कारोबारी दिन यानी 31 दिसंबर को शेयर बाजार की शुरुआत बेहद खराब रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी दोनों में भारी गिरावट दर्ज की गई। बाजार खुलते ही सेंसेक्स 450 अंक से ज्यादा फिसल गया, जबकि निफ्टी 100 अंक से अधिक टूटकर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स और निफ्टी का हाल
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स अपने पिछले बंद 78,248.13 के मुकाबले गिरकर 77,982.57 पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह गिरावट बढ़ते हुए सेंसेक्स को 77,779.99 के स्तर तक ले गई।
दूसरी ओर, एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स अपने पिछले बंद 23,644.90 से टूटकर 23,560 पर खुला। इसके बाद यह और गिरकर 23,527.85 के स्तर पर पहुंच गया।
BSE के 30 में से 26 शेयर लाल निशान पर
बाजार में गिरावट के दौरान बीएसई के 30 में से 26 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट से निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ।
गिरावट के कारण
1. वैश्विक बाजारों में कमजोरी: अमेरिकी बाजारों समेत वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली का असर भारतीय बाजार पर भी दिखा।
2. विदेशी निवेशकों की निकासी: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) द्वारा लगातार पूंजी निकासी ने बाजार पर दबाव डाला।
3. मुद्रास्फीति और ब्याज दरें: बढ़ती मुद्रास्फीति और उच्च ब्याज दरों ने भी बाजार की धारणा को नकारात्मक बनाया।
गौतम अडानी से लेकर TCS तक इन शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स और निफ्टी के साथ कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई।
गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
TCS, Zomato, Reliance Industries, HDFC Bank जैसे बड़े नामों ने भी बाजार को निराश किया।
टेक्नोलॉजी, बैंकिंग, और मेटल सेक्टर के शेयरों में गिरावट का दबाव रहा।
निवेशकों को बड़ा नुकसान
गिरावट के कारण निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ। बाजार खुलने के साथ ही निवेशकों की संपत्ति में हजारों करोड़ रुपये की कमी आई।
विशेषज्ञों की राय
शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि नए साल 2025 के पहले कारोबारी दिन बाजार में स्थिरता की उम्मीद है।
1. निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी गई है।
2. मिड-टर्म और लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए यह गिरावट खरीदारी का मौका हो सकता है।
3. वैश्विक कारकों पर ध्यान देने की जरूरत है।
साल 2024 का आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए निराशाजनक साबित हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट ने निवेशकों को झटका दिया। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है, और निवेशकों को संयम बनाए रखना चाहिए।