
पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान के तहत 1000 से ज्यादा नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और 700 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। यह जानकारी पंजाब के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने शनिवार को दी।
पिछली सरकारों पर आरोप
अमन अरोड़ा ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए युवाओं को नशे की लत में धकेल दिया था। उन्होंने बताया कि अब मौजूदा सरकार ऐसे तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और नशे के पैसों से बनाई गई संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बैठक कर नशे के खिलाफ चल रही कार्रवाई की समीक्षा की। इस बैठक में यह तय किया गया कि नशे की सप्लाई को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस और प्रशासन मिलकर और सख्ती से काम करेंगे।
नशे के खिलाफ सरकार की ठोस रणनीति
सरकार की योजना के तहत:
✔ नशा तस्करों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
✔ नशे के कारोबार से जुड़ी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा।
✔ युवाओं को नशे से दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
✔ बेरोजगार युवाओं को नए अवसर देकर नशे से बचाने की कोशिश होगी।
अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य पंजाब को पूरी तरह से नशामुक्त बनाना है और इसके लिए हर जिले में विशेष टीमें बनाई गई हैं।
बैठक में मौजूद अधिकारी और नेता
इस महत्वपूर्ण बैठक में सांसद मलविंदर सिंह कंग, विधायक कुलवंत सिंह और कुलजीत सिंह रंधावा, पंजाब वॉटर सप्लाई और सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन सनी सिंह आहलूवालिया, पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल, पंजाब यूथ विकास बोर्ड के चेयरमैन परमिंदर सिंह गोल्डी, जिला योजना समिति की चेयरपर्सन प्रभजोत कौर, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, एसएसपी दीपक पारीक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
युवाओं को नशे से बचाने के लिए नई पहल
सरकार सिर्फ नशा तस्करों को पकड़ने तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए रोजगार और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की योजना पर भी काम कर रही है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकार युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम, खेल सुविधाएं और नए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवा रही है, ताकि वे नशे से दूर रहकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकें।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘युवा जागरूकता अभियान’ शुरू किया है, जिसमें स्कूल और कॉलेज के छात्रों को नशे से दूर रहने और एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पुलिस और प्रशासन की अहम भूमिका
सरकार की योजना के तहत हर जिले में नशा विरोधी विशेष पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। पंजाब पुलिस को नशा तस्करों पर पैनी नजर रखने और उनकी पूरी चेन को खत्म करने के आदेश दिए गए हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि अब नशा बेचने वाले बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा, “हम पंजाब को नशे से आजाद कराएंगे और जो भी इस धंधे में शामिल होगा, उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।”
सरकार का संकल्प: पंजाब को नशामुक्त बनाना
अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार नशा तस्करों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि अब पंजाब को नशे की दलदल से निकालकर एक नए और उन्नत भविष्य की ओर ले जाना ही सरकार का मुख्य लक्ष्य है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर उन्हें अपने आसपास कोई नशे का कारोबार करते हुए दिखे, तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार हर कदम पर जनता के साथ खड़ी है और पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है।
पंजाब सरकार ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान को पूरी गंभीरता से चला रही है। हजारों तस्करों की गिरफ्तारी और सैकड़ों केस दर्ज करना इस बात का प्रमाण है कि सरकार अपने इरादों में अडिग है। अब सरकार नशे की सप्लाई चेन तोड़ने, युवाओं को सही दिशा देने और राज्य को एक नए युग की ओर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
अमन अरोड़ा ने साफ कहा कि “यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक पंजाब पूरी तरह से नशामुक्त नहीं हो जाता।”