
पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान के तहत बठिंडा पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस अभियान के तहत पंजाब-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत कर दिया गया है ताकि नशा तस्करों की गतिविधियों को पूरी तरह रोका जा सके। पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि नशे की तस्करी पर सख्ती से नजर रखी जा रही है और इस दिशा में सुरक्षा के नए इंतजाम किए जा रहे हैं।
बठिंडा के एस.एस.पी. अमनीत कौंडल के निर्देशों के अनुसार, शुक्रवार को आठ इंटरस्टेट नाके लगाकर वाहनों की सख्ती से चेकिंग शुरू कर दी गई। खासकर रामां, तलवंडी साबो और संगत इलाकों में पुलिस ने विशेष जांच अभियान चलाया। इसके तहत संदिग्ध वाहनों और लोगों की कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि कोई भी अवैध नशीला पदार्थ पंजाब में प्रवेश न कर सके।
हरियाणा-राजस्थान से आ रहा है नशा
बठिंडा जिले के कई क्षेत्र, जैसे तलवंडी साबो, संगत मंडी और रामां मंडी, हरियाणा की सीमा से जुड़े हुए हैं। यही वजह है कि यह इलाका नशा तस्करों के निशाने पर रहता है। पुलिस के अनुसार, हरियाणा और राजस्थान से बड़ी मात्रा में नशे की खेप पंजाब में लाई जाती है, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने इन इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है।
अक्सर देखा गया है कि नशा तस्कर गुप्त रास्तों और छोटे गांवों का इस्तेमाल कर नशे को पंजाब तक पहुंचाते हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने उन सभी रास्तों पर भी सख्त निगरानी रखनी शुरू कर दी है। विशेष पुलिस टीमें लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।
सख्त चेकिंग और जन जागरूकता अभियान
डी.एस.पी. मनमोहन सरना ने बताया कि पुलिस ने अंतरराज्यीय नाके लगाकर नशे की तस्करी पर पूरी तरह से नजर रखनी शुरू कर दी है। हर गाड़ी की जांच की जा रही है और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को तुरंत हिरासत में लिया जा रहा है।
इसके साथ ही पुलिस सिर्फ नशा तस्करों पर शिकंजा कसने तक सीमित नहीं है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। लोगों को बताया जा रहा है कि नशा सिर्फ उनके स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि समाज को भी बर्बाद कर रहा है।
नशा तस्करों पर लगातार सख्त कार्रवाई
पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि यह अभियान सिर्फ कुछ दिनों के लिए नहीं, बल्कि नशा तस्करों को पूरी तरह खत्म करने तक जारी रहेगा। पुलिस का कहना है कि नशे का कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब सरकार की यह मुहिम नशा मुक्त समाज की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है और उम्मीद की जा रही है कि इस सख्ती से नशा तस्करी पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकेगी।