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पंजाब के लोक निर्माण और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने हाल ही में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पंजाब लोक निर्माण विभाग (PWD) की रिसर्च लैब ने राज्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इस लैब के जरिए सड़कों, पुलों और अन्य इमारतों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की गहराई से जांच की जाती है ताकि निर्माण कार्य विश्व स्तरीय गुणवत्ता के अनुसार हो।
इसके अलावा, इस प्रयोगशाला ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1.5 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है, जो कि राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इस आय का मुख्य स्रोत उन सामग्रियों की जांच से आया है, जो अलग-अलग सरकारी और निजी परियोजनाओं में इस्तेमाल हो रही हैं।
रिसर्च लैब की ख़ास बातें
यह रिसर्च लैब केवल लोक निर्माण विभाग के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य सरकारी संस्थानों के लिए भी सेवाएँ प्रदान करती है, जैसे कि:
✔ स्थानीय निकाय विभाग
✔ जल संसाधन विभाग
✔ पंजाब अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (PUDA)
✔ पंचायती राज विभाग
✔ पंजाब मंडी बोर्ड
✔ स्टेट विजिलेंस विभाग
इस लैब को वर्ष 2022 में नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेट्रीज़ (NABL) द्वारा प्रमाणित किया गया था। इसका प्रमाणपत्र दिसंबर 2028 तक मान्य रहेगा। यह मान्यता इस सरकारी लैब की सटीकता और विश्वसनीयता को और मजबूत बनाती है।
रिसर्च लैब में कौन-कौन से टेस्ट होते हैं?
इस प्रयोगशाला में कुल 59 प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि निर्माण कार्यों में प्रयोग की जाने वाली सामग्री मजबूत, टिकाऊ और सुरक्षित हो।
यहाँ नवीनतम तकनीकों और उन्नत उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
🔹 फॉलिंग वेट डिफ्लेक्टोमीटर (FWD) – सड़कों की ताकत और टिकाऊपन जांचने के लिए।
🔹 अल्ट्रासोनिक पल्स वेलोसिटी (UPV) – कंक्रीट की मजबूती जांचने के लिए।
🔹 न्यूक्लियर टेस्ट गेज – मिट्टी और सड़क की सतह की जांच के लिए।
🔹 ट्रैफिक साइन चेकिंग टूल्स – सड़क संकेतों की गुणवत्ता मापने के लिए।
इसके अलावा, इस लैब में निम्नलिखित निर्माण सामग्रियों की जाँच की जाती है:
✅ मिट्टी (नींव के लिए)
✅ ईंटें
✅ बजरी और रेत
✅ सीमेंट और कंक्रीट
✅ लकड़ी और सरिया (लोहे की छड़ें)
✅ डेंस बिटुमिनस मैकडम (DBM) और एस्फाल्ट कंक्रीट (AC) मिश्रण
गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार की रणनीति
मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को उच्चतम स्तर पर बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इसीलिए, PWD विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्माण कार्यों में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों की जांच को और सख्त करें।
उन्होंने यह भी कहा कि जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि लोग भी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को समझें और उसमें पारदर्शिता बनी रहे।
इस खबर का क्या मतलब है?
🔹 पंजाब में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है।
🔹 राज्य की रिसर्च लैब को NABL द्वारा मान्यता मिली है, जिससे इसकी जांचों की विश्वसनीयता बढ़ी है।
🔹 1.5 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करके सरकार ने एक नई उपलब्धि हासिल की है।
🔹 सरकारी और निजी निर्माण कार्यों की सामग्रियों की जांच को और सख्त किया जा रहा है।
🔹 नई टेक्नोलॉजी और आधुनिक उपकरणों से सड़कों, पुलों और इमारतों की गुणवत्ता को पहले से बेहतर बनाया जा रहा है।
कुल मिलाकर, यह खबर पंजाब में निर्माण कार्यों की पारदर्शिता, मजबूती और उच्च गुणवत्ता को दर्शाती है, जिससे राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर और भी बेहतर होगा।