शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, हरिमंदिर साहिब में अपनी दो दिन की सजा पूरी करने के बाद गुरुवार को श्री केसगढ़ साहिब पहुंचे। यहां वह अगले दो दिन सेवक की भूमिका निभाएंगे। इस दौरान वह सेवक की वर्दी में, हाथ में बरछी लेकर और गले में तख्ती पहनकर श्री केसगढ़ साहिब में सेवा कर रहे हैं।
आठ दिनों तक जारी रहेगी सेवा
सुखबीर बादल की सेवा कुल आठ दिनों तक चलेगी। वह श्री केसगढ़ साहिब में दो दिन की सेवा के बाद दो दिन तख्त श्री दमदमा साहिब, दो दिन श्री दरबार साहिब (श्री मुक्तसर साहिब), और दो दिन श्री फतेहगढ़ साहिब में सेवा करेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सुखबीर बादल की सेवा के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पंजाब पुलिस ने उनके आसपास तीन स्तरों की सुरक्षा तैनात की है, जिसमें दो एसपी रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, शिरोमणि कमेटी की टास्क फोर्स भी सुरक्षा व्यवस्था में जुटी है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
श्री हरिमंदिर साहिब में हुई फायरिंग की घटना
इससे पहले बुधवार को हरिमंदिर साहिब में एक खालिस्तानी समर्थक, नरायण सिंह चौड़ा ने सुखबीर बादल पर फायरिंग कर दी थी। घटना के समय, उनके सुरक्षा कर्मी जसबीर सिंह ने हमलावर का हाथ पकड़कर उसे ऊपर उठा दिया, जिससे गोली दीवार से टकरा गई। सुखबीर बादल इस घटना में बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
अकाली दल में सियासी हलचल जारी
फायरिंग की घटना के बाद, श्री अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर बादल को तख्त के निर्देशों के अनुसार सजा सुनाई थी, जिसे पूरा करने के लिए सुखबीर सिंह बादल विभिन्न गुरुद्वारों में सेवा कर रहे हैं। हालांकि, इस सजा के बाद भी सुखबीर बादल का अध्यक्ष पद अभी तक बरकरार है। उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन इसे अभी तक स्वीकृत नहीं किया गया है।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने अकाली दल की कार्यकारिणी को 5 दिसंबर तक सभी लंबित इस्तीफों पर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। इस पर अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि फिलहाल सभी सदस्य तख्त के आदेशों का पालन करने में व्यस्त हैं। इस्तीफों पर फैसला सेवा समाप्त होने के बाद लिया जाएगा। यह सेवा कार्यक्रम सुखबीर बादल और अकाली दल के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है, जो राजनीतिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टिकोण से काफी मायने रखता है।