ऑनलाइन फूड डिलिवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी Swiggy का बहुप्रतीक्षित आईपीओ आज 8% की बढ़त के साथ 420 रुपये पर लिस्ट हुआ। कंपनी ने इस इश्यू में 390 रुपये के प्राइस पर पैसा जुटाया था। लिस्टिंग के बाद फिलहाल स्विगी का शेयर कुछ मुनाफावसूली के कारण 399 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, और कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 89,123 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
Swiggy IPO की डिमांड और सब्सक्रिप्शन
स्विगी ने अपने आईपीओ के माध्यम से 11,700 करोड़ रुपये जुटाए, जिसमें से 4500 करोड़ रुपये नए शेयर जारी कर जुटाए गए, जबकि 6800 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल (OFS) से आए। हालांकि, इस आईपीओ की सब्सक्रिप्शन सिर्फ 3.59 गुना रही, जो अपेक्षाकृत कम मानी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और बाजार के कमजोर रुझान के चलते आईपीओ में अधिक उत्साह नहीं देखा गया।
ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट्स: निवेशकों को क्या करना चाहिए?
स्विगी की लिस्टिंग के साथ ही कई ब्रोकरेज हाउस ने इस पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। जेएम फाइनेंशियल ने स्विगी के शेयर को खरीदने की सलाह देते हुए इसका टारगेट 470 रुपये रखा है। उनकी रिपोर्ट में कहा गया है कि फूड डिलिवरी के क्षेत्र में दो मुख्य कंपनियों – जोमैटो और स्विगी का दबदबा है, जो कंपनी के ग्रोथ और मुनाफे में वृद्धि की संभावनाओं को दर्शाता है। साथ ही, स्विगी का इंस्टामार्ट सेगमेंट भी तेजी से बढ़ रहा है, जो कंपनी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
दूसरी ओर, मैक्वेरी ने स्विगी के शेयर के लिए 325 रुपये का टारगेट रखा है और इसे बेचने की सलाह दी है। मैक्वेरी की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि कंपनी को जोमैटो के मुकाबले कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, खासकर फूड डिलिवरी मार्केट में प्रॉफिटेबिलिटी के लिहाज से।
स्विगी और जोमैटो के बीच निवेशकों की पसंद
जहां कुछ ब्रोकरेज हाउस स्विगी में निवेश की सलाह दे रहे हैं, वहीं कुछ का मानना है कि जोमैटो ज्यादा स्थिर और सुरक्षित विकल्प है। जेएम फाइनेंशियल ने कहा है कि यदि उन्हें जोमैटो और स्विगी में से किसी एक को चुनना हो, तो वे जोमैटो को प्राथमिकता देंगे। स्विगी के क्विक कॉमर्स बिजनेस में वृद्धि की उम्मीद है, लेकिन जोमैटो की बाजार में मजबूती को देखते हुए यह अभी भी एक बेहतर विकल्प माना जा रहा है।
स्विगी का भविष्य: ग्रोथ के मौके और चुनौतियां
स्विगी की लिस्टिंग के साथ, निवेशकों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी किस तरह से अपने क्विक कॉमर्स और फूड डिलिवरी के माध्यम से अपना बिजनेस बढ़ाती है। स्विगी का इंस्टामार्ट सेगमेंट तेजी से पॉपुलर हो रहा है और इसके जरिए कंपनी क्विक डिलिवरी मार्केट में अपनी पकड़ को मजबूत कर सकती है। हालांकि, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और आर्थिक मंदी जैसी चुनौतियां कंपनी के लिए जोखिम बनी रहेंगी।
निवेशकों को स्विगी के शेयर पर अपनी नजर बनाए रखनी चाहिए और ब्रोकरेज हाउस की सलाह के अनुसार निवेश के फैसले लेने चाहिए।