टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी टाटा पावर ने साल 2030 तक अपनी परिचालन क्षमता को दोगुना करने और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी के CEO और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने शुक्रवार को तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में संवाददाताओं के साथ बातचीत के दौरान यह जानकारी दी।
2030 तक 1.46 लाख करोड़ का निवेश
सिन्हा ने बताया कि कंपनी 2030 तक अपनी ऑपरेटिंग क्षमता को मौजूदा 15.6 गीगावाट से बढ़ाकर 31.9 गीगावाट करेगी। इस क्षमता में 23 गीगावाट का योगदान नवीकरणीय ऊर्जा से होगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी 1.46 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए टाटा पावर की स्थापित क्षमता 15.6 गीगावाट थी, जिसमें से 6.7 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की थी।
कुल निवेश का 60% होगा नवीकरणीय ऊर्जा पर खर्च
कंपनी ने बताया कि 2025-30 के बीच 1.46 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 21,000 करोड़ रुपये और अगले वित्त वर्ष के लिए 26,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय निर्धारित किया गया है। प्रवीर सिन्हा ने कहा, “हमारे कुल पूंजीगत व्यय का 60% नवीकरणीय ऊर्जा पर खर्च किया जाएगा।”
पारेषण और वितरण क्षेत्र में भी विस्तार
टाटा पावर ऊर्जा क्षेत्र में देश के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए पारेषण (ट्रांसमिशन) क्षेत्र में भी विस्तार कर रही है। कंपनी अपनी पारेषण लाइन क्षमता को मौजूदा 4,633 सीकेएम (सर्किट किलोमीटर) से बढ़ाकर 10,500 सीकेएम करने की योजना पर काम कर रही है।
डिस्ट्रिब्यूशन क्षेत्र में टाटा पावर का लक्ष्य अपने ग्राहक आधार को वर्तमान 1.25 करोड़ से बढ़ाकर 2030 तक 4 करोड़ तक पहुंचाना है।
तमिलनाडु में मॉड्यूल संयंत्र
सिन्हा ने बताया कि तमिलनाडु में सेल और मॉड्यूल संयंत्र की स्थापना 4,300 करोड़ रुपये के निवेश से की गई है। यह संयंत्र टीपी सोलर लिमिटेड के माध्यम से स्थापित किया गया है। 317 एकड़ क्षेत्र में फैला यह संयंत्र 4.3 गीगावाट सेल और 4.3 गीगावाट मॉड्यूल निर्माण की क्षमता रखता है। यह देश में एक ही स्थान पर सबसे बड़ी सेल और मॉड्यूल निर्माण सुविधाओं में से एक है।
कंपनी के शेयर पर निवेशकों की नजर
टाटा पावर के इस बड़े ऐलान के बाद कंपनी के शेयरों पर निवेशकों की नजरें टिकी हुई हैं। शुक्रवार को समाप्त हुए कारोबारी सत्र में कंपनी का शेयर ग्रीन जोन में बंद हुआ। बीते एक साल में कंपनी ने अपने निवेशकों को करीब 56% का रिटर्न दिया है। शुक्रवार को टाटा पावर के एक शेयर की कीमत 439.45 रुपये रही।
नवीकरणीय ऊर्जा में बड़ा योगदान
2030 तक टाटा पावर की परिचालन क्षमता में नवीकरणीय ऊर्जा का बड़ा योगदान रहेगा। कंपनी का यह कदम न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी का यह निवेश भविष्य में इसकी दीर्घकालिक विकास रणनीति को मजबूत करेगा।
टाटा पावर का यह निवेश योजना नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी के विस्तार को दर्शाता है। देश के ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।