
पंजाब सरकार राज्य की शिक्षा व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने भारत में फिनलैंड के राजदूत श्री किमो लाहदेविरता के साथ मिलकर 72 प्राइमरी स्कूल शिक्षकों के दूसरे बैच के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
यह कार्यक्रम पंजाब भवन में आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह बैच 15 मार्च को फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टुर्कू में दो सप्ताह की ट्रेनिंग के लिए रवाना होगा। पिछले साल 21 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच पहले बैच के शिक्षकों का सफल प्रशिक्षण हुआ था, जिसे लेकर मंत्री बैंस ने फिनलैंड के राजदूत और विशेषज्ञों के साथ चर्चा की। उन्होंने पंजाब और फिनलैंड के बीच शैक्षिक सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया।
पंजाब में शिक्षा के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता राज्य में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना है। उन्होंने फिनलैंड की प्रारंभिक शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण और डिजिटल शिक्षा में अपनाई जाने वाली नवीनतम शैक्षिक पद्धतियों से सीखने में गहरी रुचि व्यक्त की। उनके अनुसार, आज के प्रतिस्पर्धी युग में छात्रों को ऐसे कौशल से लैस करना जरूरी है, जिससे वे न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सफल हो सकें।
उन्होंने कहा कि पंजाब के शिक्षक अब नई शिक्षण विधियों को अपना रहे हैं, जिससे सीखने की प्रक्रिया अधिक रोचक, आनंददायक और प्रभावी बन रही है। इससे प्रदेश में शिक्षा के आधुनिकीकरण की मजबूत नींव रखी जा रही है।
शिक्षकों को मिलेंगे आधुनिक प्रशिक्षण और संसाधन
हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि यह शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम पंजाब की शिक्षा प्रणाली को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार शिक्षकों को आवश्यक ज्ञान, प्रशिक्षण और संसाधनों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि तनावमुक्त और रुचिकर शिक्षण वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके।
फिनलैंड के राजदूत ने की पंजाब सरकार की सराहना
भारत में फिनलैंड के राजदूत श्री किमो लाहदेविरता ने शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब सरकार की दूरदर्शी और प्रगतिशील पहलों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि फिनलैंड पंजाब के साथ शैक्षिक सहयोग जारी रखेगा और राज्य की शिक्षा प्रणाली के विकास में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ शिक्षण प्रथाओं और ज्ञान के आदान-प्रदान से दोनों पक्षों को लाभ मिलेगा।
‘ट्रेन द ट्रेनर’ मॉडल से पूरे पंजाब को मिलेगा फायदा
शिक्षा मंत्री बैंस ने घोषणा की कि पंजाब सरकार ‘ट्रेन द ट्रेनर’ कार्यक्रम भी लागू कर रही है। इस कार्यक्रम के तहत, चयनित शिक्षक प्रशिक्षक बनकर अपने ज्ञान को अन्य शिक्षकों के साथ साझा करेंगे। इससे पूरे राज्य की प्राइमरी शिक्षा प्रणाली को लाभ होगा और एक आत्मनिर्भर मॉडल तैयार किया जाएगा, जो भविष्य में शिक्षा को और अधिक मजबूत करेगा।
फिनलैंड के विशेषज्ञों की भागीदारी
इस अवसर पर पंजाब सरकार के शिक्षा अधिकारियों और फिनलैंड के कई विशेषज्ञों ने भी भाग लिया। स्कूल शिक्षा सचिव कमल किशोर यादव ने इस सहयोग की सराहना की और कहा कि इससे राज्य की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
एससीईआरटी पंजाब की निदेशक अमनिंदर कौर बराड़ ने भी फिनलैंड के विशेषज्ञों का धन्यवाद किया और इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल पंजाब के प्राइमरी स्कूलों के स्तर को ऊंचा उठाने में मील का पत्थर साबित होगी।
विशेषज्ञों को किया गया सम्मानित
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देने वाले विशेषज्ञों को सम्मानित किया। इनमें फिनलैंड दूतावास की विज्ञान और उच्च शिक्षा काउंसलर श्रीमती लिसा टोइवोनेन, यूनिवर्सिटी ऑफ टुर्कू के मुख्य अकाउंट मैनेजर श्री एरी कोस्की, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की चेयरपर्सन श्रीमती क्रिस्टीना हेकिला, राउमा शिक्षक प्रशिक्षण स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मिस सोइली नौरा और शिक्षक शिक्षा विभाग की वरिष्ठ शोधकर्ता श्रीमती सुवी पुओलक्का शामिल थे।
पंजाब सरकार शिक्षा प्रणाली को आधुनिक, प्रभावी और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। फिनलैंड के साथ यह शैक्षिक साझेदारी राज्य के शिक्षकों और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने में मदद करेगी। ‘ट्रेन द ट्रेनर’ मॉडल से यह पहल पूरे राज्य में व्यापक प्रभाव डालेगी, जिससे पंजाब के स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।