
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला तब हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक कश्मीर की खूबसूरती का आनंद लेने के लिए वहाँ पहुँचे हुए थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि आतंकियों ने जानबूझकर केवल पुरुषों को ही निशाना बनाया, जबकि महिलाओं को कुछ नहीं कहा। यह बात अब सुरक्षा एजेंसियों को भी हैरान कर रही है और इस बात की गहराई से जांच की जा रही है कि क्या इसके पीछे कोई खास मंशा थी।
गुजरात और महाराष्ट्र के पर्यटक बने शिकार
हमले में मारे गए लोगों में से तीन गुजरात से थे और पांच महाराष्ट्र से। महाराष्ट्र के जिन नागरिकों की जान गई, उनमें हेमंत सुहास जोशी, संजेश लक्ष्मण लाली, अतुल श्रीकांत मोनी, संतोष जागड़ा और कस्तुबा गानवोते शामिल हैं। ये सभी मुंबई और आस-पास के इलाकों के निवासी बताए जा रहे हैं।
गुजरात के अलावा, मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से भी एक दुखद खबर आई है। एलआईसी में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत सुशी नथानियल अपनी पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए कश्मीर गए थे, लेकिन वह इस आतंकी हमले का शिकार बन गए।
आतंकियों की साजिश या नई रणनीति?
हमले का सबसे चौंकाने वाला और चिंताजनक पहलू यह है कि आतंकियों ने खासतौर पर पुरुषों को ही निशाना बनाया। eyewitnesses के अनुसार, आतंकियों ने महिलाओं की तरफ एक भी गोली नहीं चलाई। अब इस बात को लेकर सुरक्षा एजेंसियां गंभीरता से जांच कर रही हैं कि आतंकियों का उद्देश्य क्या था और उन्होंने केवल पुरुषों को ही क्यों मारा?
क्या यह कोई नई रणनीति है या फिर इसके पीछे कोई मनोवैज्ञानिक दबाव डालने की कोशिश? इस पर विभिन्न खुफिया एजेंसियां काम कर रही हैं।
हमले की निंदा और आगे की कार्रवाई
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद देशभर से निंदा के स्वर उठे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद मौके पर पहुँचे और घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की और घटना की विस्तृत जानकारी ली।
जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया है और इस हमले के पीछे के मास्टरमाइंड्स को पकड़ने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है।