
पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐलान किया कि राज्य सरकार इस बार गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत और अमृतसर शहर की 450वीं वर्षगांठ को बेहद खास, भव्य और आधुनिक अंदाज़ में मनाएगी। उन्होंने कहा कि इन ऐतिहासिक अवसरों को पूरी दुनिया तक पहुँचाने के लिए हाईटेक तरीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा।
इतिहास को याद करना नई पीढ़ियों की जिम्मेदारी
संधवां ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी की कुर्बानी सिर्फ सिख धर्म के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए थी। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर धार्मिक स्वतंत्रता और इंसानियत की रक्षा की थी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को हमारे इन गौरवशाली इतिहास के बारे में जानकारी होनी चाहिए और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें यह ज्ञान दें।
पूरे विश्व तक पहुँचेगा गुरु साहिब का संदेश
पंजाब सरकार इस बार शहादत और स्थापना दिवस के समागमों को इस तरह आयोजित करेगी कि इनकी गूंज न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सुनाई दे। इसके लिए डिजिटल तकनीक, सोशल मीडिया, वेबसाइट और AI आधारित माध्यमों का इस्तेमाल किया जाएगा। संधवां ने बताया कि इस काम के लिए व्हाट्सएप नंबर, ईमेल आईडी और एक विशेष वेबसाइट तैयार कर दी गई है। लोग अपने सुझाव इनमें भेज सकते हैं।
जनता और संगठनों से सुझाव लेने की प्रक्रिया शुरू
स्पीकर ने बताया कि इन समागमों को और बेहतर बनाने के लिए आम लोगों, धार्मिक संस्थाओं और सामाजिक संगठनों से सुझाव लेने की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर दी गई है। जो भी व्यक्ति या संस्था सुझाव देना चाहेगी, सरकार खुद उनके पास जाकर सुझाव लेगी। संधवां ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सहभागिता को प्राथमिकता दी जाएगी।
आधुनिक और सांझे रूप में होंगे समागम
संधवां ने कहा कि गुरु साहिब हमेशा सांझी संस्कृति, सह-अस्तित्व और मानव सेवा के प्रतीक रहे हैं। इसलिए उनके समागम भी इसी भावना के साथ मनाए जाएंगे। इन आयोजनों में सभी धर्मों और समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि गुरु तेग बहादुर जी के संदेश को सही मायनों में सब तक पहुँचाया जा सके।
विश्वविद्यालयों और धार्मिक स्थलों का दौरा करेंगे संधवां
स्पीकर ने कहा कि वह खुद अलग-अलग विश्वविद्यालयों, धार्मिक संस्थाओं और सामाजिक मंचों पर जाकर लोगों से सुझाव लेंगे। इस तरह सभी वर्गों की राय लेकर कार्यक्रम को सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी बनाया जाएगा।
पंजाब सरकार द्वारा गुरु तेग बहादुर जी की शहादत और अमृतसर की स्थापना की वर्षगांठ को विश्वस्तरीय स्तर पर मनाने की योजना सराहनीय है। यह ना सिर्फ पंजाब की समृद्ध विरासत को सामने लाएगा, बल्कि गुरु साहिब के बलिदान और अमृतसर की ऐतिहासिक भूमिका को पूरी दुनिया तक पहुँचाने का अवसर भी बनेगा। तकनीक और जनभागीदारी के साथ इस पहल की सफलता सुनिश्चित की जाएगी।