
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। सर्दियों में छह महीने तक बर्फबारी और ठंड के कारण बंद रहने वाले इस पवित्र मंदिर के कपाट खुलने का इंतजार हर साल लाखों भक्त करते हैं। इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचे और ‘बम-बम भोले’ व ‘जय बाबा केदार’ के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
हजारों श्रद्धालु और फूलों से सजी शिव नगरी
ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ मंदिर को इस विशेष मौके पर 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। देश-विदेश से लाए गए फूलों से मंदिर की सुंदरता देखते ही बन रही थी। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। उन्होंने बाबा केदार की पूजा-अर्चना की और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से भी विशेष पूजा करवाई। सीएम धामी ने भरोसा जताया कि बाबा केदार की कृपा से देश को आतंकवाद और अलगाववाद से मुक्ति मिलेगी।
चारधाम यात्रा की शुरुआत
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की भी विधिवत शुरुआत हो गई है। इससे पहले, 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। अब 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी खोल दिए जाएंगे, जिससे चारों धामों के रास्ते भक्तों के लिए पूरी तरह खुल जाएंगे।
चारधाम यात्रा हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखती है। यह यात्रा केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों को मिलाकर पूरी होती है। सर्दियों में इन मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं क्योंकि इस दौरान यहां भारी बर्फबारी होती है और तापमान काफी नीचे चला जाता है।
हर साल बढ़ रहा श्रद्धालुओं का उत्साह
चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले साल करीब 48 लाख भक्तों ने चारों धामों के दर्शन किए थे। इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा पर निकल चुके हैं। यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्वास्थ्य शिविर, रुकने की व्यवस्था, साफ-सफाई और ट्रैफिक कंट्रोल पर खास ध्यान दिया गया है।
सीएम धामी का संदेश
केदारनाथ में पूजा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नाम से बाबा केदार से देश की सुरक्षा और समृद्धि की कामना की है। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा केदार देश को इन दुश्मनों से मुक्ति दिलाएंगे।
श्रद्धा, आस्था और उत्साह का संगम
केदारनाथ धाम के कपाट खुलना सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और उत्साह का प्रतीक है। हिमालय की गोद में बसे इस पवित्र स्थल तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु लंबी यात्रा करते हैं, लेकिन बाबा के दर्शन की भावना उन्हें हर कठिनाई पार करने की शक्ति देती है।