
आबकारी विभाग की टीम ने शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर लुधियाना के जसपाल बांगर, लोहरा रोड कंगनवाल इलाके में एक घर पर छापेमारी कर अवैध शराब का बड़ा जखीरा बरामद किया। इस कार्रवाई का नेतृत्व लुधियाना पूर्वी रेंज की सहायक आयुक्त शिवानी गुप्ता ने किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और आबकारी आयुक्त वरुण रुजम के निर्देशों पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत इस छापेमारी को अंजाम दिया गया।
महंगे ब्रांड की बोतलों में भरी जा रही थी सस्ती शराब
जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि अवैध शराब के कारोबार में एक बड़ा घोटाला चल रहा था। प्रीमियम ब्रांड्स जैसे चिवास रीगल, ग्लेनलिवेट, डेवर्स, जिम बीम, हंड्रेड पाइपर्स और जॉनी वॉकर ब्लैक लेबल जैसी महंगी शराब की खाली बोतलों में सस्ती देसी शराब भरकर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा था। यह गोरखधंधा ग्राहकों को धोखा देने और अवैध मुनाफा कमाने के लिए किया जा रहा था।
छापेमारी में भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद
अधिकारियों ने मौके से 164 पेटियां सस्ती शराब, 89 बोतलें नकली प्रीमियम ब्रांड शराब, 176 खुले कैप्स, 171 ब्रांडेड शराब की खाली बोतलें, 71 बिना क्यूआर कोड वाली बोतलें, 48 क्यूआर कोड लगी बोतलें और 1 बोतल जो सिर्फ चंडीगढ़ में बिक्री के लिए थी, बरामद कीं।
मुख्य आरोपी फरार, पत्नी को किया गिरफ्तार
सहायक आयुक्त शिवानी गुप्ता ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई थी। टीम को सूचना मिली थी कि अरुण गोस्वामी नामक व्यक्ति अपने घर से अवैध शराब बेचने का कारोबार चला रहा है। जब टीम मौके पर पहुंची, तो मुख्य आरोपी अरुण गोस्वामी फरार था, लेकिन उसकी पत्नी रेणू गोस्वामी को भारी मात्रा में अवैध शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारियों ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज करवा दी है। पुलिस अब मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गोरखधंधे में और कौन-कौन शामिल है।
शराब माफियाओं पर प्रशासन की सख्त नजर
आबकारी विभाग ने स्पष्ट किया है कि पंजाब सरकार अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस तरह के मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है और अन्य अवैध शराब कारोबारियों में भी डर का माहौल बना हुआ है।