
25 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, बाजार में निवेशकों का भरोसा कमजोर दिखा और इसका सीधा असर सेंसेक्स और निफ्टी पर पड़ा।
कितनी रही गिरावट?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 588.90 अंकों की गिरावट के साथ 79,212.53 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 207.35 अंक टूटकर 24,039.35 के स्तर पर आ गया। यह दोनों इंडेक्सों में लगभग 0.75% की गिरावट है।
क्यों आई गिरावट?
बाजार में गिरावट के कई कारण रहे, लेकिन सबसे बड़ा कारण रहा देश में मौजूदा जियोपॉलिटिकल तनाव। कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है, जिससे निवेशक सतर्क हो गए हैं।
इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों ने भी भारतीय बाजार पर दबाव बनाया।
कौन से सेक्टर प्रभावित हुए?
शेयर बाजार के ज्यादातर सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। आईटी सेक्टर को छोड़ दें तो बाकी सभी सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग, ऑटो, मेटल, एफएमसीजी और रियल एस्टेट सेक्टर में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।
किन स्टॉक्स में रही सबसे ज्यादा हलचल?
बड़ी कंपनियों में HDFC Bank, ICICI Bank, Tata Motors, Hindustan Unilever और Reliance Industries जैसे शेयरों में कमजोरी रही। वहीं, Infosys और TCS जैसे आईटी शेयरों में थोड़ी मजबूती देखने को मिली, जिसने बाजार को कुछ हद तक सहारा दिया।
निवेशकों का क्या कहना है?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में अगर सीमा पर तनाव और बढ़ता है तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। फिलहाल निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
क्या आगे भी रहेगा असर?
फिलहाल हालात अनिश्चित हैं। अगर जियोपॉलिटिकल स्थिति में सुधार होता है और विदेशी निवेशकों का रुख सकारात्मक रहता है, तो बाजार में फिर से स्थिरता आ सकती है। लेकिन जब तक तनाव बना रहेगा, उतार-चढ़ाव से इनकार नहीं किया जा सकता।
आज का दिन शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं रहा। देश और दुनिया में बढ़ती अनिश्चितताओं का सीधा असर निवेशकों के फैसलों पर पड़ता दिखा। ऐसे में लॉन्ग टर्म निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वो घबराएं नहीं, और शॉर्ट टर्म निवेश करने वाले फिलहाल सतर्कता बरतें।