
पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग एक नए मोड़ पर पहुँच गई है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने साफ़ शब्दों में कहा है कि भ्रष्टाचार के मामलों में कोई रियायत नहीं दी जाएगी, चाहे आरोपी कितना भी बड़ा नेता या अधिकारी क्यों न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की नीति बिल्कुल स्पष्ट है—भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में कोई अपनों और दूसरों में फर्क नहीं किया जाएगा। आज की कार्रवाई इस बात का सबूत है कि सरकार अपने वादों पर खरी उतर रही है।
भगवंत मान ने कहा, “कोई अगर यह सोचता है कि सत्ता में रहने से उसे गलत करने का लाइसेंस मिल गया है, तो वह गलतफहमी में है। चाहे कोई हमारे दल से हो या विपक्ष से, भ्रष्टाचार करने पर कार्रवाई होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि यह लड़ाई किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ है। उन्होंने भ्रष्टाचार की तुलना दीमक से की और कहा कि यह सिस्टम को अंदर से खोखला कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जब उन्होंने 2022 में मुख्यमंत्री का पद संभाला था, तभी से उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कमर कस ली थी। लोगों से किए वादे को पूरा करते हुए सरकार लगातार ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है जो जनता के पैसों का गलत इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वो समय गया जब अफसर और नेता सत्ता की आड़ में आम लोगों को डराकर पैसे वसूलते थे। भगवंत मान ने कहा कि अब कोई भी रसूखदार नेता या अफसर अगर किसी दुकानदार या आम आदमी से जबरदस्ती पैसे मांगता है या ब्लैकमेल करता है, तो सरकार उसे छोड़ने वाली नहीं।
मुख्यमंत्री ने जनता से भी अपील की कि वे भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम में सरकार का साथ दें। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी या नेता जानबूझकर काम में देरी करता है, या पैसे मांगे बिना काम नहीं करता, तो लोग उसकी शिकायत करें। सरकार उनकी शिकायत पर सख्त और त्वरित कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा, “हमारा संदेश साफ है—भ्रष्टाचार करने वाला चाहे जो भी हो, हम उसे बख्शेंगे नहीं। हमारे लिए कोई अपना या पराया नहीं, भ्रष्टाचार में लिप्त हर व्यक्ति दोषी है।”
भगवंत मान ने यह भी बताया कि अब तक सरकार ने कई बड़े नेताओं और अफसरों के खिलाफ एक्शन लिया है और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री ने जनता को आश्वासन दिया कि पंजाब को एक साफ-सुथरा और ईमानदार राज्य बनाने के लिए उनकी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “पंजाब को नशे से और भ्रष्टाचार से मुक्त कराना हमारा लक्ष्य है, और इस लक्ष्य को हम हर हाल में हासिल करेंगे।”