भारतीय सिनेमा के महान निर्देशक श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से उम्र से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन से हिंदी फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है। श्याम बेनेगल का जाना भारतीय सिनेमा के एक गौरवशाली अध्याय का अंत माना जा रहा है। उनकी बेटी पिया बेनेगल ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि यह एक दिन होना तय था। श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार 24 दिसंबर 2024 को मुंबई के शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रेमेटोरियम में दोपहर 2 बजे किया जाएगा।
श्याम बेनेगल को भारतीय सिनेमा में समानांतर सिनेमा का जनक कहा जाता है। उनकी उत्कृष्ट फिल्मों में मंथन, जुबैदा, और सरदारी बेगम जैसी क्लासिक फिल्में शामिल हैं। उनकी कला और योगदान को भारत सरकार ने सम्मानित करते हुए उन्हें 1976 में पद्म श्री और 1991 में पद्म भूषण से नवाजा था।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया शोक
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्याम बेनेगल के निधन पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा, “श्याम बेनेगल के निधन से भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया है। उन्होंने नई सोच के साथ सिनेमा को एक नई दिशा दी और कई क्लासिक फिल्में बनाईं। उनके योगदान को दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्याम बेनेगल के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “श्याम बेनेगल जी के निधन से बहुत दुख हुआ। उनकी कहानी कहने की अद्वितीय कला ने भारतीय सिनेमा पर गहरा प्रभाव छोड़ा। उनका काम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।”
अन्य नेताओं और फिल्म निर्माताओं की प्रतिक्रियाएं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा, “श्याम बेनेगल के निधन से मैं दुखी हूं। उन्होंने भारतीय समानांतर सिनेमा को नई दिशा दी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, “श्याम बेनेगल एक दूरदर्शी फिल्म निर्माता थे। उन्होंने भारत की कहानियों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ जीवंत किया। उनकी विरासत और सामाजिक मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता हमेशा प्रेरित करेगी।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “श्याम बेनेगल का निधन एक युग का अंत है। समानांतर सिनेमा के प्रति उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।”
फिल्म जगत ने दी श्रद्धांजलि
श्याम बेनेगल के निधन पर फिल्म जगत के कई दिग्गजों ने गहरा दुख प्रकट किया।
हंसल मेहता ने इंस्टाग्राम पर उनकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “हमारे महान फिल्म निर्माताओं में से एक। श्याम बाबू, आपके सिनेमा और प्रेरणादायक काम के लिए धन्यवाद।”
शेखर कपूर ने लिखा, “उन्होंने ‘नई लहर’ सिनेमा की शुरुआत की। श्याम बेनेगल को ‘अंकुर’, ‘मंथन’, और अन्य शानदार फिल्मों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने शबाना आजमी और स्मिता पाटिल जैसे कलाकारों को स्टार बनाया।”
करण जौहर ने लिखा, “आपके सिनेमा और कहानियों ने टैलेंट को मंच दिया और समाज की सीमाओं को लांघा। आपका योगदान देश का गौरव है।”
अक्षय कुमार ने लिखा, “श्याम बेनेगल जी के निधन से बहुत दुख हुआ। वे भारतीय सिनेमा के लीजेंड थे। उनकी कमी सिनेमा जगत को हमेशा खलेगी। ओम शांति।”
समानांतर सिनेमा के जनक
श्याम बेनेगल को भारतीय सिनेमा में समानांतर सिनेमा की शुरुआत का श्रेय जाता है। उन्होंने कला फिल्मों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया। उनकी फिल्मों ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना बटोरी।
श्याम बेनेगल का निधन भारतीय सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान और विरासत को सिनेमा प्रेमी हमेशा याद रखेंगे।