ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य की सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बरविक स्प्रिंग्स लेक का नाम बदलकर आधिकारिक तौर पर “गुरु नानक लेक” रख दिया है। यह कदम सिख समुदाय के योगदान और गुरु नानक देव जी की प्रेरणादायक शिक्षाओं के सम्मान में उठाया गया है। यह झील मेलबर्न के दक्षिण-पूर्व में स्थित है और प्राकृतिक रंगों से भरपूर एक खूबसूरत स्थल है।
समारोह में शामिल हुए विशिष्ट अतिथि
इस नामकरण समारोह का आयोजन विक्टोरिया सरकार द्वारा एक आधिकारिक कार्यक्रम के रूप में किया गया, जिसमें विक्टोरिया की बहुसांस्कृतिक मंत्री इंग्रिड स्टेट, योजना मंत्री सोनिया किलकेनी, संसद सदस्य, विक्टोरिया मल्टीकल्चरल कमीशन की सीईओ विव नगुइन, स्थानीय अधिकारी और कई सिख संस्थाओं के सदस्य उपस्थित थे। इस मौके पर, नामकरण की रस्में पारंपरिक अरदास के साथ पूरी की गईं।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने विक्टोरिया राज्य के बहुसांस्कृतिक सिद्धांतों और सिख धर्म की शिक्षाओं की सराहना की। यह राज्य साझेदारी, बहुसांस्कृतिवाद और मानवता की भावना का प्रतीक है। वे सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का जश्न मना रहे हैं, जो सभी के लिए दया, समानता और निष्काम सेवा का संदेश देती हैं।
गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती पर खास पहल
विक्टोरिया राज्य सरकार ने यह कदम गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती के अवसर पर उठाया है। यह पहल न केवल सिख धर्म के प्रति सम्मान दिखाती है, बल्कि यह विक्टोरिया राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच सहयोग और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकारी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि विक्टोरिया राज्य हमेशा से विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों से आने वाले लोगों के योगदान को महत्व देता है। विशेष रूप से सिख समुदाय की योगदान की सराहना की गई, जिन्होंने प्राकृतिक आपदाओं, कोविड महामारी, और जंगल की आग जैसी स्थितियों में निरंतर सेवा प्रदान की है।
विक्टोरिया में सिख समुदाय का योगदान
विक्टोरिया के बहुसांस्कृतिक मामलों के मंत्री ने सिख समुदाय के योगदान को विशेष रूप से सराहा, जिन्होंने कई वर्षों से ऑस्ट्रेलियाई समाज की बेहतरी के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय का योगदान न केवल सेवा कार्यों तक सीमित है, बल्कि यह समाज के हर पहलू में महत्वपूर्ण रहा है। सिखों ने अपनी मेहनत और समर्पण से विक्टोरिया राज्य को समृद्ध बनाने में अपनी भूमिका निभाई है।
इस आयोजन में, मंत्री इंग्रिड स्टेट ने कहा, “गुरु नानक लेक विक्टोरिया राज्य में विभिन्न संस्कृतियों के बीच भाईचारे और सहयोग का प्रतीक बनेगी। यह स्थल हमारे राज्य के बहुसांस्कृतिक मूल्यों को प्रमोट करेगा और यह दर्शाएगा कि हम एकजुट होकर कैसे समाज की सेवा कर सकते हैं।”
सिखों का बहुसांस्कृतिक समाज में योगदान
सिख समुदाय ने विक्टोरिया राज्य में कई सामाजिक कार्यों में योगदान दिया है। चाहे वह प्राकृतिक आपदाएं हों, कोविड महामारी हो या फिर जंगल की आग, सिख समुदाय ने हमेशा समाज की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है। इस योगदान को सराहा गया और अब गुरु नानक देव जी के नाम पर एक झील का नामकरण करके उनकी शिक्षाओं और योगदान को सम्मानित किया गया है।
गुरु नानक लेक का नामकरण विक्टोरिया राज्य में सिख समुदाय के योगदान को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का सम्मान है, बल्कि यह विभिन्न सांस्कृतिक समुदायों के बीच भाईचारे और एकता को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है। विक्टोरिया सरकार का यह कदम बहुसांस्कृतिक समाज की ओर एक सकारात्मक संदेश देता है, जिसमें सभी समुदायों को समान सम्मान और अवसर मिलता है।