सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में आई वृद्धि मानी जा रही है। 5 नवंबर से देश के वायदा बाजार में सोने की कीमतों में लगभग 2500 रुपये की गिरावट आई है। डॉलर इंडेक्स 105 के स्तर से बढ़कर 108 के पार पहुंच गया है, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर की मजबूती के कारण सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद डॉलर इंडेक्स 110 तक पहुंच सकता है। हालांकि, जनवरी के अंत में फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने की संभावना है, जिससे सोने की कीमतों को हल्का सहारा मिल सकता है।
MCX पर सोने की कीमतें सस्ती हुईं
देश के प्रमुख फ्यूचर एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। खासकर 5 नवंबर के बाद सोने की कीमतों में काफी कमी आई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो लगभग 50 दिनों में सोने की कीमतों में 3.25 प्रतिशत की गिरावट आई है। MCX पर 5 नवंबर को सोने की कीमत 79,105 रुपये प्रति दस ग्राम थी, जो 27 दिसंबर को घटकर 76,544 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई। इसका मतलब है कि लगभग 50 दिनों में सोने की कीमत में 2,561 रुपये प्रति दस ग्राम की गिरावट आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और गिरावट हो सकती है।
क्या सोने की कीमतें और गिरेंगी?
विशेषज्ञों के अनुसार, जनवरी महीने में डॉलर इंडेक्स में तेजी जारी रह सकती है, जिसका असर सोने की कीमतों पर देखा जा सकता है। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, जिसके बाद डॉलर इंडेक्स के 110 तक पहुंचने की संभावना है, जिससे देश के वायदा बाजार में सोने की कीमतें 75,000 रुपये से भी नीचे गिर सकती हैं। फिलहाल डॉलर इंडेक्स 108 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, और इसमें 110 तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
वर्तमान में डॉलर इंडेक्स
फिलहाल डॉलर इंडेक्स 108 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। 5 नवंबर को यह 103.42 के स्तर पर था, और उसके बाद से डॉलर इंडेक्स में 4.42 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले एक महीने में डॉलर इंडेक्स में 2.15 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है, वहीं पिछले तीन महीनों में डॉलर इंडेक्स में 7.60 प्रतिशत का बंपर इजाफा हुआ है। साल 2024 में डॉलर इंडेक्स में 6.59 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
इसके अतिरिक्त, जनवरी के अंतिम दिनों में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व की नीति बैठक हो सकती है, जिसमें फेड ब्याज दरों में कटौती पर रोक लगा सकता है। यदि ऐसा हुआ, तो ब्याज दरों में वृद्धि की गति धीमी हो सकती है, जिससे सोने की कीमतों में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।
सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में वृद्धि है। विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी के अंत तक डॉलर इंडेक्स में और वृद्धि हो सकती है, जिससे सोने की कीमतों में और गिरावट संभव है। हालांकि, फेड रिजर्व की नीति बैठक के बाद सोने की कीमतों में थोड़ी वृद्धि भी हो सकती है। इस प्रकार, आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।