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**- आरोप भ्रामक और असत्य करार, प्रशासन ने दी स्पष्ट जानकारी
अवैध खनन पर कड़ी नजर रखने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित
गाद निकालने की प्रक्रिया को अवैध खनन बताना गैरजिम्मेदाराना: उपायुक्त आशिका जैन**
एस ए एस नगर जिले में छतबीर के पीछे बनूर कैनाल डैम में अवैध खनन के आरोपों को जिला प्रशासन ने पूरी तरह से भ्रामक और असत्य करार दिया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी तरह की अवैध खनन गतिविधि नहीं चल रही है।
आरोपों की जांच के लिए जिला प्रशासन ने तुरंत की कार्रवाई
उपायुक्त आशिका जैन ने बताया कि जैसे ही अवैध खनन के आरोप सामने आए, जिला खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजकर इन आरोपों की सत्यता की जांच कराई गई। उन्होंने बताया कि जांच में अवैध खनन के कोई भी प्रमाण नहीं मिले।
गाद निकालना अवैध खनन नहीं, बल्कि आवश्यक प्रक्रिया
उपायुक्त ने कहा कि बनूर वीयर (डैम) के कैचमेंट क्षेत्र से गाद निकालना जरूरी है, ताकि वीयर की जल संग्रहण क्षमता को बनाए रखा जा सके। गाद के अत्यधिक जमाव के कारण डैम की मूल क्षमता प्रभावित होती है, जिससे जल स्तर को बनाए रखने में दिक्कत आती है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि गाद निकालने की इस प्रक्रिया को अवैध खनन कहना पूरी तरह से गलत और गैरजिम्मेदाराना है।
अवैध खनन रोकने के लिए प्रशासन की सख्ती
जिला प्रशासन ने दोहराया कि किसी भी कीमत पर जिले में अवैध खनन गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी उपमंडल मजिस्ट्रेटों (एसडीएम) को अपने-अपने क्षेत्रों में गाद निकालने और खनन गतिविधियों पर सख्त नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
उच्च स्तरीय निगरानी समिति का गठन
अवैध खनन की आशंका को पूरी तरह खत्म करने के लिए उपायुक्त ने एडीसी (जनरल) और एसपी (ग्रामीण) की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है।
यह समिति:
1. गाद निकालने वाले स्थलों का नियमित निरीक्षण करेगी।
2. संचालन की निगरानी करेगी और नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करेगी।
3. अगर कोई गड़बड़ी या अवैध गतिविधि पाई जाती है, तो उसकी रिपोर्ट तैयार करेगी।
खनन एवं भूविज्ञान विभाग की रिपोर्ट
खनन एवं भूविज्ञान तथा जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आकाश अग्रवाल ने जानकारी दी कि बनूर कैनाल डैम से 57,71,132 क्यूबिक फीट (सीएफटी) सामग्री निकाली जानी है।
इस प्रक्रिया से सरकार को कुल 3,02,98,443 रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। यह दर्शाता है कि यह कार्य पूरी तरह से सरकार के निर्देशों और कानूनी प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है।
साइट का संचालन विभाग द्वारा निर्धारित समय के अनुसार किया जा रहा है:
सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक।
प्रशासन की अपील: भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें
जिला प्रशासन ने आम जनता और मीडिया से भ्रामक खबरों और अफवाहों से बचने की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि इस प्रकार की झूठी खबरें जनता को गुमराह करने के लिए फैलाई जाती हैं।
निष्कर्ष
1. बनूर कैनाल डैम में अवैध खनन के आरोप निराधार हैं।
2. गाद निकालना अवैध खनन नहीं, बल्कि डैम की क्षमता बनाए रखने की जरूरी प्रक्रिया है।
3. प्रशासन अवैध खनन पर सख्त नजर रख रहा है और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
4. निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है।
5. गाद निकालने की प्रक्रिया पूरी तरह कानूनी है और इससे सरकार को 3 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त होगा।
यह स्पष्ट है कि सरकार और प्रशासन पारदर्शिता बनाए रखते हुए अवैध खनन को रोकने और जल स्रोतों की देखभाल के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।