पंजाब में कोरोना के मामूली केस, कोई गंभीर मरीज नहीं – स्वास्थ्य विभाग की अपील: सावधानी जरूरी

पंजाब में कोरोना वायरस के मामले अब एक बार फिर धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं, लेकिन राहत की बात ये है कि अब तक किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं पाई गई है। पंजाब सरकार के नोडल अफसर डॉ. राजेश भास्कर ने जानकारी दी है कि इस समय राज्य में कुल 12 एक्टिव कोरोना मरीज हैं, और ये सभी होम आइसोलेशन में हैं।
सबसे ज़्यादा मरीज लुधियाना में
इन 12 मरीजों में से 9 मरीज लुधियाना जिले से हैं। इनमें से दो मरीज हाल ही में कोरोना से जान गंवा चुके एक व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि हालात पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
सिर्फ हल्के लक्षण वाले केस
डॉ. भास्कर के मुताबिक, अभी तक सामने आए सभी केस माइल्ड यानी हल्के लक्षण वाले हैं। इनमें से कुछ मरीज पहले ही ठीक हो चुके हैं और बाकी की तबीयत भी स्थिर है। राज्य में अभी कोई मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है, और कोरोना की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
एहतियात ज़रूरी, लापरवाही नहीं
हालांकि केस कम हैं, फिर भी डॉ. भास्कर ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए पहले की तरह बचाव के नियमों का पालन करना जरूरी है। इनमें शामिल हैं:
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भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचना,
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खांसी या जुकाम वाले लोगों से दूरी बनाना,
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बार-बार हाथ धोना या सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना,
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घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना।
बुजुर्गों और बच्चों का रखें खास ध्यान
डॉ. भास्कर ने कहा कि बच्चों और बुजुर्गों को संक्रमण से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कमजोर होती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को खांसी, बुखार, या गले में खराश जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कोरोना टेस्ट करवाएं।
स्थिति सामान्य लेकिन सतर्कता ज़रूरी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, फिलहाल स्थिति गंभीर नहीं है लेकिन कोविड-एप्रोप्रिएट बिहेवियर अपनाना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य अधिकारी लगातार हालात पर नजर रख रहे हैं और जरूरत पड़ने पर सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे।
इस समय घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है ताकि कोरोना दोबारा पांव न पसारे और हम सभी सुरक्षित रहें।