
नया वित्त वर्ष शुरू होने जा रहा है और 1 अप्रैल 2025 से कई बड़े बदलाव लागू होंगे। इनका असर एलपीजी सिलेंडर की कीमतों, क्रेडिट कार्ड के नियमों, बैंक खातों और टैक्स नियमों पर पड़ेगा। आइए जानते हैं इन अहम बदलावों के बारे में।
एलपीजी और ईंधन की नई कीमतें
हर महीने की पहली तारीख को ऑयल कंपनियां एलपीजी सिलेंडर, सीएनजी और पीएनजी की कीमतों की समीक्षा करती हैं। इस बार भी 1 अप्रैल से इनकी नई दरें लागू हो सकती हैं।
🔹 घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (14kg): कीमत में बदलाव संभव।
🔹 कमर्शियल सिलेंडर (19kg): बीते महीनों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, फिर से रेट बदल सकते हैं।
🔹 सीएनजी-पीएनजी की कीमतें: वाहन ईंधन महंगा या सस्ता हो सकता है।
🔹 एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF): महंगा हुआ तो हवाई यात्रा के किराए में बढ़ोतरी हो सकती है।
क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव
अगर आप SBI, IDFC First Bank या अन्य बैंकों के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो इन बदलावों पर ध्यान दें:
🔹 SBI SimplyCLICK क्रेडिट कार्ड पर Swiggy के रिवॉर्ड पॉइंट 5 गुना से आधा कर दिए जाएंगे।
🔹 Air India Signature कार्ड के पॉइंट्स 30 से घटकर 10 हो जाएंगे।
🔹 IDFC First बैंक विस्तारा माइलस्टोन के फायदों को बंद करने जा रहा है।
बैंक अकाउंट से जुड़ा अहम बदलाव
अगर आपका खाता SBI या PNB जैसे बैंकों में है, तो मिनिमम बैलेंस के नियम बदलने वाले हैं।
🔹 सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस की नई सीमा तय की जाएगी।
🔹 अगर न्यूनतम बैलेंस नहीं है, तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है।
UPI अकाउंट होंगे बंद
अगर आपने अपने मोबाइल नंबर से लिंक UPI अकाउंट को लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किया है, तो बैंक इसे बंद कर सकता है। इसलिए, अगर आपको UPI का इस्तेमाल जारी रखना है, तो समय-समय पर इसे एक्टिव रखें।
टैक्स नियमों में बड़ा बदलाव
सरकार ने बजट 2025 में टैक्सपेयर्स को राहत देते हुए नए टैक्स स्लैब और TDS नियमों में बदलाव किए हैं।
🔹 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को अब कोई टैक्स नहीं देना होगा।
🔹 वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए 75,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। यानी 12.75 लाख तक की आय टैक्स-फ्री हो सकती है।
🔹 वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज आय पर TDS छूट की सीमा 50,000 से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है।
🔹 किराए की आय पर छूट की सीमा 2.4 लाख से बढ़ाकर 6 लाख रुपये सालाना कर दी गई है।
कैसे होगा असर?
✅ अगर आप रसोई गैस, सीएनजी या पीएनजी इस्तेमाल करते हैं, तो आपके महीने के खर्च में बदलाव आ सकता है।
✅ क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले रिवॉर्ड्स कम हो सकते हैं, जिससे आपको कम फायदे मिलेंगे।
✅ बैंक अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर अब ज्यादा जुर्माना भरना पड़ सकता है।
✅ अगर आप नया टैक्स सिस्टम चुनते हैं, तो आपको ज्यादा छूट मिल सकती है और टैक्स का बोझ कम होगा।
निष्कर्ष
1 अप्रैल 2025 से लागू ये बदलाव आपके बजट, बैंकिंग और खर्चों पर सीधा असर डाल सकते हैं। इसलिए अभी से प्लानिंग कर लें, ताकि बदलते नियमों के कारण आपको किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।