
बिहार में परिवहन विभाग अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। राज्य में ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की पहचान की जा रही है। इस तकनीक से पुलिस को वाहन चालकों की गलतियों को पकड़ने में आसानी हो रही है।
कितने लाइसेंस हुए निलंबित और रद्द?
बिहार में पिछले साल अप्रैल 2024 से अब तक यातायात नियमों के उल्लंघन पर 2428 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया गया है। इसके अलावा, 101 वाहन चालकों का लाइसेंस पूरी तरह रद्द कर दिया गया है।
पटना समेत अन्य जिलों में भी सख्त कार्रवाई की गई है:
पटना सहित कई जिलों में 842 लोगों का लाइसेंस निलंबित किया गया।
40 चालकों का लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द कर दिया गया।
क्यों की जा रही यह कार्रवाई?
परिवहन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई उन लोगों पर की जा रही है जो बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इनमें शामिल हैं:
1. रैश ड्राइविंग – गलत तरीके से तेज रफ्तार में वाहन चलाना।
2. ओवर स्पीडिंग – निर्धारित गति सीमा से अधिक तेज गाड़ी चलाना।
3. ओवरलोडिंग – वाहन में क्षमता से अधिक लोगों या सामान को ले जाना।
4. बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ना – कई बार नियम तोड़ने पर लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द किया जा सकता है।
संजय अग्रवाल ने साफ कहा है कि अगर कोई बार-बार नियमों की अनदेखी करेगा, तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द कर दिया जाएगा।
कैसे हो रही जांच?
अब पूरे राज्य में डिजिटल तरीके से जांच की जा रही है। खासतौर पर ANPR कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो गाड़ियों की नंबर प्लेट स्कैन कर सकते हैं और नियम तोड़ने वालों की पहचान करने में मदद कर रहे हैं।
इसके अलावा, पुलिस और परिवहन विभाग नियमित रूप से वाहन जांच कर रहे हैं। जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोग नियमों का पालन करें और सड़क दुर्घटनाएं कम हों।
यातायात नियमों को लेकर जागरूकता अभियान
परिवहन विभाग सिर्फ सख्त कार्रवाई ही नहीं कर रहा, बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम भी चला रहा है। इसका मकसद यह है कि लोग नियमों को गंभीरता से लें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।
लोगों से अपील
संजय अग्रवाल ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें। ऐसा करने से सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है और खुद की और दूसरों की जान बचाई जा सकती है।
बिहार में अब ट्रैफिक नियमों को तोड़ना आसान नहीं रहेगा। अगर कोई बार-बार नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसका लाइसेंस निलंबित या रद्द किया जा सकता है। ANPR कैमरों और डिजिटल जांच से अब ट्रैफिक नियमों की सख्ती से निगरानी की जा रही है। वाहन चालकों को चाहिए कि वे सुरक्षित और जिम्मेदारी से गाड़ी चलाएं, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके और बिहार की सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।